सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विकास कार्यक्रमों व मुख्य मंत्री जी के प्राथमिकता से सम्बन्धित बिन्दुओं की समीक्षा किया। इस दौरान विकास कार्यों, लाभार्थीपरक व जन कल्याणकारी योजनाओं की सम्बन्धित अधिकारियों से बारी-बारी से बिन्दुवार समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी विभाग का कार्य करने में सम्बन्धित विभाग की वजह से कार्य बाधित हो रहा हों, तो आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य को पूरा किया जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन विभाग द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है, उनमें शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये, निर्धारित समयावधि के अन्दर कार्य को पारदर्शिता, गुणवत्ता पूर्ण तरीके
से हर हाल में पूर्ण करायें। निर्माण कार्य में किसी प्रकार की समस्या होती है, तो सम्बन्धित विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए कार्य को किया जाये, आवास कार्य को पूरा करें, धन के अभाव हो, तो लाभार्थी से समन्वय स्थापित करते हुए जरूरी कार्य को प्राथमिकता के आधार पर कराये जाये। निर्माण कार्य को गुणवत्ता पूर्ण ढंग से करते हुए तेजी लायें और निर्धारित समय के अन्दर कार्य को पूर्ण करते हुए सम्बन्धित को हैण्डओवर किया जाये। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी से राशन वितरण, कोटेदार का चयन आदि प्रक्रिया के सम्बन्ध में जानकारी ली, तो यह तथ्य संज्ञान में आया कि कोटेदार के चयन प्रक्रिया में एक माह से कोई कार्य नहीं किया गया है, जिस पर जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश सम्बन्धितों को दिए। कहा कि मेरा प्लास्टिक मेरी जिम्मेदारी अभियान में सभी विभाग के अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देेशित करें कि वह भी इस अभियान में अपनी भागीदारी निभायें, सभी अधिकारी भी सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग से बचें। उन्होंने ज्वेष्ठ खान अधिकारी को निर्देशित किया कि सीसीटीवी कैमरा आदि लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये, जिससे कि ओवर लोडिंग या अवैध तरीके से संचालित वाहनों की धर-पकड़ की जा सके। इस दौरान आरएस मौर्या परियोजना निदेशक, एके गुप्ता उप निदेशक कृषि, विनय कुमार सिंह अपर जिला सूचना अधिकारी सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहें।