सोनभद्र। संघ स्थान पर नित्य समय पर लगने वाली शाखा ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य का आधार है । अच्छे ढंग से चलने वाली वह शाखा होती है जिसमें स्वयं- सेवकों के बीच परस्पर आत्मीय सम्बंध हों। एक दूसरे के सुख दुख में समरसता होने की भावना हो, समाज के सभी लोगों को शाखा में लाने उपक्रम हो, शाखा के कार्यक्रमों में स्वयंसेवकों में अनुशासन परिलक्षित हो इत्यादि विशेषताएं उत्तम शाखा के बारे में प्रगट की जा सकती हैं । ऐसी उत्तम शाखा अपनी हो ऐसा प्रयास हम अवश्य करे । यह बातें रविवार को छपका खण्ड के वीर- सावरकर शाखा बभनौली कला में अभ्यास वर्ग के बाद शाखा कार्यवाह ने छोटेलाल जी ने स्वयंसेवकों के बीच व्यक्त की ।