ग्रामीणों सहित आईटीआई प्रशिक्षुओं को आवागमन में होती है परेशानी
मामला घोरावल-विसुन्धरी संपर्क मार्ग का
शाहगंज-सोनभद्र(ज्ञानदास कन्नौजिया)। गड्ढामुक्त सड़क फरमान का असर जनपद में कोई खास नहीं दिख रहा है। आज भी ऐसी तमाम सड़कें हैं जिस पर चलने में राहगीर कतराते हैं। इसी में से एक है घोरावल-विसुन्धरी संपर्क मार्ग। बताया जाता है कि यह सड़क लगभग 2 महीने से करीब 5 किलोमीटर तक उखाड़ कर छोड़ दी गई है। जिसे बनवाने के लिए कार्यदाई संस्था ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि उक्त संपर्क मार्ग से कई गांवों के लोगों के अलावा स्कूली बच्चे और राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) घोरावल के सैकड़ों प्रशिक्षु विसुन्धरी गांव स्थित विद्यालय आते-जाते हैं।
जिन्हें आवागमन में अत्यधिक दिक्कतें उठानी पड़ती है। यही नहीं तमाम दोपहिया सवार तो इस उबड़-खाबड़ सड़क पर गिरकर चुटहिल भी होते रहते हैं। वही पैदल चलने वाले राहगीरों के पैर इस गिट्टी के नुकीले भाग से जख्मी भी हो जाता है। इस सम्बन्ध में कई ग्रामीणों तथा छात्र-छात्राओं ने बताया कि उक्त सड़क की मरम्मत कराए जाने की मांग कई बार कार्यदाई संस्था के लोगों से की गई, लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। लोगों का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सड़कों को गड्ढामुक्त करने का आदेश दिया गया है। मगर इसका यहां कोई खास प्रभाव नहीं दिख रहा है। जिससे लगता है कि जिम्मेदारों ने सीएम के इस आदेश की धज्जियां उड़ाने पर शायद उतारू हैं। ऐसी दशा में क्षेत्रीय जनों तथा छात्र-छात्राओं ने इस ओर शासन-प्रशासन एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए उक्त क्षतिग्रस्त सड़क को तत्काल बनवाए जाने की मांग की है।