पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी।अग्निवीर” के रूप में देश के लाखों युवाओं का सेना में भर्ती होने का सपना होगा साकार।नौजवान किसी के उकसावे एवं भड़कावे में न आये, यदि उनके विरुद्ध कोई मुकदमा पंजीकृत हो गया तो पूरे जीवन में सरकारी नौकरी नहीं पा सकेंगे।यदि किसी को कोई ज्ञापन देना है, तो गांव में ही ज्ञापन दें, अधिकारी गांवो में स्वयं जाकर उनसे ज्ञापन लेंगे।गत दिनों हिंसक एवं तोड़फोड़ की गतिविधियों में लिप्त होने पर अनेको लोगो की गिरफ्तारी की गई है।रोडवेज एवं अन्य सार्वजनिक संपत्तियों के हुए नुकसान की भरपाई इन्हीं लोगों से की जाएगी।इसमें अन्य लिप्त लोगों की भी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है वाराणसी। केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी "अग्निपथ प्रवेश योजना” अंतर्गत युवाओ को राष्ट्र की सेवा करने का करने का अवसर प्रदान करने के लिए "अग्निवीर" के रूप में उनकी भर्ती किया जाएगा। इससे देश के लाखों युवाओं का सेना में भर्ती होने का सपना साकार होगा। इसके तहत थल सेना, नौसेना और वायुसेना के लिए युवाओं की भर्ती की जाएगी। अग्निपथ योजना के तहत युवाओं की भर्ती चार साल के लिए होगी। सेना में शामिल होने वाले जवानों को ‘अग्निवीर’ के नाम से जाना जाएगा। उक्त के संबंध में शनिवार को कमिश्नरी सभागार में कमिश्नर दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में सेना, प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक हुआ। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कोचिंग एवं ट्रेनिंग सेंटर के संचालकों के संबंध में जानकारी प्राप्त करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कोचिंग ट्रेनरो एवं संचालकों को इस बात से अवगत करा दिया जाए कि वह बच्चों को किसी भी प्रकार से उकसाये नही और यदि वे बच्चों को उकसाते हैं, तो उनके विरुद्ध आईपीसी की धारा 120 बी के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने गांव के मार्गों की निगरानी करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने नौजवानों से अपील करते हुए कहा कि वे किसी के उकसावे एवं भड़कावे में न आये। यदि उनके विरुद्ध कोई मुकदमा पंजीकृत हो गया तो पूरे जीवन में सरकारी नौकरी नहीं पा सकेंगे। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सभी उप जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर उन्हें बताएं कि उनके गांव से कोई भी नौजवान अराजक गतिविधियों में लिप्त न होने पाए। गांव-गांव जाकर अभिभावकों को भी इसके प्रति अवगत कराया जाए। इस कार्य में सैनिक कल्याण बोर्ड, रिटायर्ड सेना एवं पुलिस के अधिकारियों का भी सहयोग लिया जाए। अभिभावकों को बताया जाए कि यह योजना नवयुवकों के बेहतर भविष्य के लिए है। इससे युवाओं में लोकाचार, साहस, सौहार्द और टीम भावना को आत्मसात करने की प्रेरणा मिलेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि गत दिनों हिंसक एवं तोड़फोड़ की गतिविधियों में लिप्त होने पर अनेको लोगो की गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने बताया कि रोडवेज एवं अन्य सार्वजनिक संपत्तियों के हुए नुकसान की भरपाई इन्हीं लोगों से की जाएगी। इसमें अन्य लिप्त लोगों की भी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। उन्होंने आगामी 20 जून को किसी भी प्रकार की अराजक गतिविधि अथवा कानून को हाथ में लेने वालों से प्रशासन सख्ती से निपटेगा। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे कतई अराजक गतिविधि में लिप्त न हो और कानून को हाथ में न लें। यदि किसी को कोई ज्ञापन देना है, तो गांव में ही ज्ञापन दें, अधिकारी गांवो में स्वयं जाकर उनसे ज्ञापन लेंगे। "अग्निपथ प्रवेश योजना” में दसवीं पास अग्निवीरों के लिए कक्षा 12 का प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए अनुकूल पाठ्यक्रम की व्यवस्था की गई है, इसके अलावा 3 वर्ष का कौशल आधारित स्नातक डिग्री कार्यक्रम का भी प्रावधान किया गया है। केंद्रीय सशस्त्र बलों में उन्हें भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही राज्य सरकार की नौकरियों एवं राज्य पुलिस बल की भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। बैठक में सेना के अधिकारी के अलावा एडीजी जोन, पुलिस आयुक्त, एसपी ग्रामीण, सभी एडीएम, एसडीएम, नगर आयुक्त सहित अन्य पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।