(सोनभद्र) । एनटीपीसी रिहन्द के सोलर पावर प्लांट निर्माण में रिहन्द बाँध के पेट से अबैध खनन कर बालू और मिट्टी खपाए जाने से ग्रामीणों में खासा नाराजगी और गुस्सा है। मिली जानकारी के अनुसार सिरसोती ग्राम पंचायत के रास्ते 5 किलोमीटर पर रिहन्द डैम किनारे एनटीपीसी परियोजना एक सोलर पावर प्लांट का निर्माण करा रही है। कार्यदाई संस्था इसके लिए बाउंड्री वाल, नाली, फाउंडेशन,स्टोर रूम, आफिस
तथा 5 किलोमीटर सीसी सड़क सहित अनेक सिविल वर्क रिहन्द बाँध से मिट्टी और बालू खनन कर करा रही है। बताया जाता है कि बालू, मिट्टी और मोरम खनन के लिए आठ दस ट्रैक्टर और हाइवा पोकलेन मशीन रात में खनन और परिवहन को अंजाम दे रहे हैं। सूत्रों पर भरोसा करें तो बारिश के दौरान निर्माणाधीन साइट पर बालू, मिट्टी कम न पड़े इसके लिए ठेकेदार द्वारा बाकायदा सैकड़ों ट्रैक्टर बालू मिट्टी निर्माण स्थल पर डंप भी किया गया है। खनन और परिवहन का खेल रिहंद
बाँध तथा बरन नदी के पेट तक रास्ता बना कर रात में जेसीबी और पोकलेन मशीन के सहारे युद्धस्तर पर संचालित करा कर राष्ट्र की धरोहर रिहंद बाँध के अस्त्तित्व को चौपट करने में कुछ तथाकथित लोग लगे हुए है जिससे ग्रामीणों और सम्भ्रांत जनों में खासा नाराजगी ब्याप्त है। सूत्र बताते हैं कि वन और पुलिस बिभाग की मिली भगत से ठेकेदार बालू मिट्टी रिंहद डैम से उठाते है और परमिट रॉयल्टी एमपी के खदान का लगाते हैं। वही इस संदर्भ में रेंजर राजकुमार मौर्या से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास रॉयल्टी है इस लिए रिहन्द बाँध से खनन कर रहे हैं।