ओम प्रकाश रावत
विंढमगंज-सोनभद्र। विकासखंड दुध्दि के अंतर्गत ग्राम पंचायत सलैयाडीह बैंक रोड के आगे बीते वर्ष बने नाली पूरी तरह से ध्वस्त हो गई तथा जाम पड़ी नालियों को लेकर स्थानीय लोगों ने आज जोरदार प्रदर्शन कर नाली निर्माण की मांग उठाई है सलैयाडिह ग्राम पंचायत व बुटबेढवा ग्राम पंचायत के बॉर्डर क्षेत्र में स्थित नाली बीते वर्ष ही निर्माण कराई गई थी जो बरसात के दिनों में ही टूट कर बिखर गई। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे लव कुश चंद्रवंशी, सौरभ राज कांशकार ने कहा कि बीते वर्ष ही इस नाले का निर्माण ग्राम प्रधान के द्वारा निर्माण के दौरान घटिया सामग्री का उपयोग किया गया था जिसके
कारण बरसात के दिनों में ही पानी के तेज बहाव के कारण बुरी तरह से टूटकर छतिग्रस्त हो गई जबकि इस नाली में बरसात के पानी के अलावा बूटबेढवा ग्राम पंचायत व सलैयाडिह ग्राम पंचायत आसपास रह रहे दर्जनों घरों का पानी निकासी का यही एकमात्र नाली है उक्त नाली बुरी तरह से टूट जाने के कारण पूरी नाली जाम पड़ी हुई है जिससे घरों से निकलने वाला गंदा पानी एकत्रित होकर बदबू व दुर्गंध भी निकल रहा है जिससे यहां रहने वाले रहवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जबकि आने-जाने वाले ग्रामीणों के लिए नाली के बगल से एक पीसीसी रास्ता भी बना हुआ है। इसी रास्ते से आवागमन भी किया करते हैं इसी रास्ते से छोटे-छोटे बच्चे विद्यालय में पढ़ने भी आया जाया करते थे परंतु नाली के टूट जाने व गंदगी , जाम पड़े रहने के कारण अब लगभग 1 किलोमीटर घूम कर के विद्यालय पढ़ने जाने को मजबूर हैं जबकि इसकी शिकायत कई बार ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के साथ साथ मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी सौरभ राज के द्वारा किया गया था परंतु नाली निर्माण से संबंधित लोगों के द्वारा नाली का निर्माण व नाली की साफ-सफाई ना कराया जाना काफी चिंताजनक बनी हुई है बरसात के पानी गिरने जिओ ही गिरेगा कि जाम पड़ी नालियों व टूटी नालियां से पानी का निकास नहीं होने से दर्जनों घरों में पानी घुसने के डर से स्थानीय ग्रामीण काफी भयभीत हैं जिससे आक्रोशित होकर आज स्थानीय ग्रामीणों ने टूटी व जाम पड़ी नाली के पास नाली बनाओ नाली बनाओ के जोरदार नारों के साथ प्रदर्शन किया। इस मौके पर अनिल गुप्ता रंजीत चंद्रवंशी नीरज चंद्रवंशी अनूप गुप्ता मदन गुप्ता जय कुमार चंद्रवंशी ईश्वरी प्रसाद नंदू शर्मा दुर्गा चंद्रवंशी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।