डाला-सोनभद्र(जगदीश तिवारी/गुड्डू))। चोपन थाना क्षेत्र के अम्मा टोला सोन नदी में मंगलवार को डूबे व्यक्ति का शव चौबीस घंटे के बाद बुधवार को घटना स्थल से एक किमी दूर बीच नदी में केरवां स्थित जगह पर टिला से टिका हुआ मिला, शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। बताया गया कि प्रत्येक दिन की तरह ग्रामीण जलावनी लकड़ी की तलाश में नदी पार कर कन्हौरा जंगल में गए थे लकड़ी काटकर वापस लौटते समय अचानक पहुंची वन विभाग की टीम द्वारा लकड़ी जब्त कर भगा दिया गया। हताश व निराश होकर अपनी पत्नी व बेटे के साथ वापस लौट रहा 60 वर्षीय श्यामा केवट पुत्र बाजा केवट नदी पार करते समय तेज बहाव में पत्नी व बेटे की आंखों के सामने बहकर डूबने लगा जिसके बाद चिखने चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीणों की नदी किनारे भीड़ लग गई और बचाने का प्रयास किया गया लेकिन सफल नहीं हुए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची चोपन पुलिस द्वारा ग्रामीणों के साथ देर शाम तक तलाश किया गया कही अता पता नहीं चलने पर वापस चले गए। बुधवार की सुबह परिजन पुनः नदी किनारे पहुंचकर खोजबीन करने लगे तभी घटनास्थल से एक किमी दूर बीच नदी में टीला के सहारे शव टिका हुआ दिखाई दिया नदी के अंदर जाकर शव को ग्रामीणों द्वारा बाहर निकालकर शव मिलने की सूचना पुलिस को दी गई घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई के बाद शव को अंत्यपरीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
बगैर बाजा सादगी के साथ दुःख के माहौल में हुई शादी। बताया गया कि नदी में डूबे मृतक के भतीजे की बारात जाने की तैयारी चल रही थी उसी दिन अचानक घटना घट गई जिससे खुशियों का माहौल गम में बदल गया। पहले से सुनिश्चित वैवाहिक कार्यक्रम में बिना बाजा, गाजा के कम ही लोग बारात लेकर पहुंचे और विवाह संपन्न होने के बाद बुधवार की भोर में ही बहु की विदाई कराकर वापस घर आ गए।