बंदी महिलाओं ने व्रत रह कर पति के दीर्घायु की कामना की।
गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)। जिला कारागार में वट सावित्री पूजा वर अमावस्या त्योहार निरुद्ध महिलाओं ने विधी विधान से हवन पूजन अर्चन के साथ किया । उक्त अवसर पर महिलाओं ने सारा दिन व्रत रखकर कारागार के प्रांगण में वट वृक्ष की सायं काल विधिवत पूजा अर्चना की। प्राचीन परंपरा विश्वास के अनुसार वट सावित्री पूजा महिलाओं के द्वारा पति की दीर्घायु के कामना के लिए की जाती है। कारागार में सभी बंदियों को उनके परम्परा धार्मिक, सांस्कृतिक विश्वास के अनुसार उन्हें सभी क्रियाकलापों को करने की पुरी छुट, के साथ उस माहौल और सुविधा भी दी जाती है। ताकि कारागार
में निरुद्ध रहने के दौरान उन्हें ऐसी कोई कुण्ठा पछतावा न रहे ,कि वह जेल में रहने के कारण कोई व्रत , उपवास, अथवा किसी धार्मिक क्रियाकलाप बंचित न रह सके। इसी क्रम में मिजाजी लाल जेल अधीक्षक ने बताया कि व्रत रखने वाली सभी महिलाओं को आवश्यक पूजा सामग्री, साजों समान यथा फल मिष्ठान हवन पूजन आदि सभी समान जेल प्रशासन व्दारा उपलब्ध कराई गई थी। इसके पश्चात सभी महिलाओं को विधी विधान से आचार्य के व्दारा पूजन हवन कराया गया। ऐसी व्यवस्था से बंदियों की सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक विश्वास के अनुसार क्रिया कलाप करने की आजादी देना और दुसरी तरफ उनमें पनपने वाली कुण्ठा अवसाद को रोक कर कारागार के वातावरण को सामंजस्य पूर्ण बनाये रखने के लिए ऐतिहासिक कामयाबी भी मिलती है। जो जेल प्रशासन के अनुशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।