जिला उद्योग व्यापार मंडल ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
सोनभद्र। शहर में शुरू हुई अतिक्रमण हटाओ अभियान की कार्रवाई को लेकर जिला उद्योग व्यापार मंडल ने प्रशासन को आगाह किया है। व्यापार मंडल ने कहा है कि अतिक्रमण हटाने की आड़ में व्यापारियों की रोजी-रोटी को नुकसान पहुंचाया गया तो इसे कतई बरदाश्त नहीं किया जाएगा। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से पहले पटरी-फुटपाथ व्यापारियों के लिए जगह निर्धारित करने की मांग भी व्यापार मंडल ने उठाई है।
शनिवार को व्यापार मंडल की तरफ से इस सिलसिले में नगर अध्यक्ष आनंद प्रताप जायसवाल के नेतृत्व में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। व्यापार मंडल ने ज्ञापन के जरिए कहा है कि सड़कों से अतिक्रमण हटवाए जाएं लेकिन उसकी आड़ में
न तो व्यापारियों का उत्पीड़न किया जाए और न ही अनावश्यक रूप से उनके दुकान-प्रतिष्ठान को क्षति पहुंचाई जाए। व्यापारियों को विश्वास में लेकर ही अतिक्रमण हटाने की कोई कार्रवाई संचालित की जाए। ज्ञापन सौंपने के बाद नगर अध्यक्ष ने कहा कि शहर में सैकड़ों की तादाद में छोटे व्यापारी हैं, जो किसी तरह अपना रोजी-रोजगार चला रहे हैं। कोरोना काल के दौरान पिछले दो सालों में इनकी रोजी-रोटी सर्वाधिक प्रभावित हुई। किसी तरह से अब वे छोटे-छोटे शेड या दुकान लगाकर अपना भरण पोषण कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में उनकी समस्याओं की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। व्यापार मंडल शहर को साफ-सुथरा और अतिक्रमण मुक्त बनाने की प्रशासन की हर कोशिशों में साथ है लेकिन जरूरी यह भी है कि कोरोना काल की तंगहाली के बाद किसी तरह अपना रोजी-रोजगार संभालने में जुटे व्यापारियों की समस्याओं पर भी गंभीरता बरती जाए। प्रशासन की कार्रवाई से व्यापारी घबराए हुए हैं। फेरी-पटरी व्यापारियों को किसी तरह का नुकसान पहुंचाने के बजाए प्रशासन को चाहिए कि उनके लिए स्थायी तौर पर एक जगह निर्धारित करे। यह सैकड़ों परिवारों की रोजी-रोटी से जुड़ा मसला है, लिहाजा इसका ठोस समाधान निकाला जाना बहुत जरूरी है। व्यापार मंडल जल्द ही इस मसले पर अपनी आगे की रणनीति तय करेगा। ज्ञापन सौंपने वालों में विजय केसरी, आशीष केसरी, प्रकाश केसरी, दिनेश गुप्ता सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी शामिल थे।