चोपन-सोनभद्र(सत्यदेव पांडेय) । नगर के जामा मस्जिद में तरावीह की नमाज हाफीज व कारी परवेज साहब क़िब्ला ने रविवार की देर शाम तरावीह ( कुरान) मुकम्मल कराई वहीं तरावीह मुकम्मल होने के बाद जामा मस्जिद में सभी मुस्लिम बन्धुओ ने परवेज साहब क़िब्ला को फूल माला पहनाकर इस्तकबाल किया। इस दौरान पेश ईमाम सद्दाम हुसैन कादरी ने फरमाया कि रमजान उल मुकद्दस का महीना बड़ा बरकती महीना होता है। इसमें हम सब जितनी इबादत करें उतनी कम है। इस पाक महीने में कुरान की तिलावत ज्यादा से ज्यादा करें और अल्लाह हमें कुरान सुनाने की और सुनने की तौफीक
अता फरमाए। वहीं हाफीज व कारी परवेज साहब क़िब्ला ने बयान करते हुए फरमाया कि इस खास महीने मे मुसलमान अल्लाह के बंदे ज्यादा से ज्यादा रोजे रखे और इस वक्त हमारा अल्लाह तआला सख्त इम्तिहान ले रहा है। जो भी मुसलमान बंदा इतनी शिद्दत से गर्मी में रोजे रखता है अल्लाह तआला उसकी हर जायज मुरादें पूरी कर देता है और उसके गुनाह माफ कर दिए जाते हैं। इसलिए हम मुसलमानों को चाहिए कि रमजान मुकद्दस के महीने में ज्यादा से ज्यादा रोजे रखें और कुरान की तिलावत ज्यादा से ज्यादा करें। वहीं इस खास मौके पर चेयरमैन प्रतिनिधि उस्मान अली ने कहा कि रमजानुल मुकद्दस का पाक महीना रहमतों व बरकतो वाला महीना होता है । इस महीने में अल्लाह रब्बुल इज्जत रोजेदारों के ऊपर बेशुमार रहमते नाजिल फरमाता है। वहीं अन्त में चेयरमैन प्रतिनिधि उस्मान अली व डालिम्स सनबीम स्कूल के चेयरमैन साकिब खान ने पूरे आवाम की तरफ से परवेज साहब क़िब्ला को फूल माला पहनाकर अंग वस्त्र व नजराना दिया।इस मौके पर जामा मस्जिद के नायब सदर हाजी सरफराज अहमद,हाजी मुख्तार अहमद, अंजुमन कमेटी के सेक्रेटरी महफूज़ आरिफ, डां जावेद अख्तर,राजू खान,रियाज अहमद,अत्तहर कुरैशी,सलीम कुरैशी, रिजवान अहमद,नसरे आलम, इस्तियाक अहमद,सहित अन्य मुस्लिम बन्धु मौजूद रहे।