रामजियावन गुप्ता
बीजपुर (सोनभद्र)। दो दशको से देखने में आ रहा है कि गर्मी शुरू होते ही ग्रामीण अंचलों के जंगलों में आग तबाही मचाना शुरू कर देती है । आग से जहाँ जंगली वनस्पति नष्ट हो रहे है वही वन क्षेत्रों में पेड़ पौधों की संख्या भी कम होती जा रही है अभी की स्थिति ये है कि रेनुकूट वन प्रभाग के जंगल रेगिस्तान जैसे दिख रहे है पेड़ पौधों के जलने की राख ही राख नजर आ रही। पूरा जंगल काला हो चुका है जिससे आने वाले समय मे पर्यावरण को भी बड़ा झटका लगेगा। जंगलों की आग की लपटें रिहायशी इलाकों तक पहुंच जाने से ग्रामीणों में अफरा तफरी का मौहोल बना हुआ है।
रेनुकूट वन प्रभाग के जंगलों में लगी आग दिन में तो सूरज की रोशनी के कारण दिखाई नही देती केवल धुंए का गुबार ही दिखायी देता है लेकिन शाम होते ही जंगलों में धधकती आग की ज्वाला देख ग्रामीणों की चिंताएं बढ़ जाती है। ग्रामीण रात को जागने को मजबूर हो रहे है।जंगलों में धधकती आग की लपटें अब धीरे धीरे रिहायशी इलाकों में पहुंच कर घरों को भी अपने आगोश में लेने लगी है। रविवार को थाना क्षेत्र के पिंडारी गांव में बंका मोड़ के पास बैगा बस्ती में जंगल की आग ने जमकर तांडव मचाया और ग्रामीण विजय कुशवाहा के कच्चे मकान को स्वाहा कर दिया। इस अगलगी में विजय की पूरी गृहस्थी का सामान जल कर राख हो गया।मौके पर पहुंची सीआईएसएफ फायर टेंडर के जाबाज जवानों ने आग पर काबू पाया जिससे आग अन्य घरों तक नही पहुंच पायी । ग्रामीणों ने बताया कि समय रहते अगर फायर फाइटर जवान मौके पर नही पहुंचते तो धधकती जंगल की आग अन्य घरों को भी अपना निवाला बना लेती। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते वन विभाग जंगल की आग पर काबू करने के समुचित उपाय नही करेगा तो वो दिन दूर नही जब जंगल रेगिस्तान में बदल जाएंगे।