रामजियावन गुप्ता
बीजपुर, (सोनभद्र) । सीएम योगी के निर्देश पर चार अप्रैल को सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल चलों रैली निकाल कर ग्रामीण बच्चों में पढ़ाई लिखाई के प्रति नया जोश और जागरूकता पैदा करना था। लेकिन म्योरपुर शिक्षा क्षेत्र के जरहा न्याय पंचायत में एबीएसए की सेटिंग गेटिंग से दर्जनों टीचर लम्बे समय से गायब हैं जिसके कारण स्कूल चलों अभियान की रैली नही निकाली गयी और सर्व शिक्षा अभियान की हवा निकल गयी। सूत्रों से मिली जानकारी पर भरोसा करें तो म्योरपुर ब्लाक के सुदूर ग्रामीण अंचल में प्राइमरी और जूनियर स्कूलों पर तैनात कुछ टीचर लम्बे समय से विद्यालय नही आते। यही नही शिक्षा विभाग में ऐसे लापरवाह शिक्षकों
की एक लंबी फ़ौज है जो विभागीय मिली भगत से साल में शायद एक बार विद्यालय पहुँचते हों बाकी समय उनका घर पर साइड धंधे में गुजरता है। जनचर्चा पर विश्वास करें तो म्योरपुर ब्लाक के ग्रामीण इलाके में संचालित सरकारी शिक्षा के मन्दिर में भ्र्ष्टाचार का बोलबाला चरम पर है महीनों महीनों दर्जनों टीचर गायब रहने पर साहब को अच्छा खासा फीस मिलती हैं और बदले में अपने मातहतों के जेब खर्च का बोझ भी उठाते हैं। सूत्र बताते हैं की अगर कोई इनका बिरोध करता है तब शिक्षक संघ के नेताओ से भगोड़े शिक्षक सम्पर्क कर राजनीति करवाते हैं जिसके कारण भृष्ट टीचरों के खिलाफ कोई आवाज नही उठता। दबी जुबान अभिभावकों ने मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ से शिकायत कर शिक्षा महकमे में लंबे समय से एक ही जगह जमे कूड़े की तरह अधिकारियों , बाबुओं, टीचरों पर भी बुल्डोजर चला कर सफाई की मांग की है।