पंकज सिंह@sncurjanchal
दुद्धी स्थानीय कस्बा में मंगलवार को बलिया में पत्रकारों की गिरफ्तारी को लेकर नाराज दुद्धी तहसील क्षेत्र के विंढमगंज, महुली, म्योरपुर सहित स्थानीय पत्रकारों ने बांह पर काली पट्टी बांध सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर तहसील प्रशासन को मुख्यमंत्री नामित ज्ञापन नायब तहसीलदार विशाल कुमार पासवान को सौंपा। पीडब्लूडी गेस्ट हाउस से जुलूस निकाल प्रशासन के विरोध में पत्रकार उत्पीड़न बंद करो, फर्जी मुकदमें
वापस लो, बलिया प्रशासन मुर्दाबाद, कलम के सिपाही जिंदाबाद, प्रेस की आजादी मत छीनो, मत छीनो जैसे जमकर नारेबाजी करते हुए म्योरपुर मोड़, श्री संकट मोचन मंदिर चौक से होकर तहसील परिसर पहुँच सभा में तब्दील कर दिया गया। दर्जनों पत्रकारों ने कहा कि प्रदेश के शासन काल में एक ओर जहाँ आम जनमानस में निर्णय व सुकून का माहौल है। वहीँ दूसरी ओर अपनी नाकामी छिपाने के लिए कुछ अधिकारी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को निशाना बनाकर उत्पीड़न कर रहे हैं। जो निंदनीय है, बोर्ड परीक्षा पेपर लीक मामले में बलिया के वरिष्ठ पत्रकार अजित ओझा, दिग्विजय सिंह व मनोज गुप्ता
को ढाल बनाकर जिला प्रशासन अपनी नाकामी छिपाने में लगा हुआ है। नकल माफियाओं की पोल खोलने के लिए लीक पेपर की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। बलिया के डीएम व एसपी ने मामले को उजागर करने वाले पत्रकारों को ही मोहरा बनाकर फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया, जो लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर सीधा हमला है। मुख्यमंत्री को नामित ज्ञापन में पत्रकारों ने प्रदेश सरकार मामले को संज्ञान में लेकर निष्पक्ष जाँच कराने, फर्जी मुकदमे वापस लेने और तत्काल रूप से बलिया डीएम व एसपी को बर्खास्त करने की मांग का उल्लेख किया गया है। इस अवसर पर विष्णु अग्रहरि, मु0 शमीम अंसारी, देवेश मोहन, भीम जायसवाल, प्रभात कुमार, वीरेन्द्र कुमार, राजीव मिश्रा, सुशील गुप्ता, विवेकानंद मिश्रा, जगत नारायण विश्कर्मा, जितेंद्र अग्रहरि, मदन मोहन तिवारी, रमेश यादव, दैवी शक्ति राजा, नंदकिशोर प्रसाद, सन्दीप अग्रहरि, मुकेश सोनी, ओमप्रकाश, धर्मेंद्र गुप्ता, पंकज अग्रहरि, अजय गुप्ता, रविशंकर, विकास कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।