दुद्धी-सोनभद्र(समर जायसवाल)- स्थानीय नगर पंचायत के वार्ड नं 7 अघोर सेवा आश्रम दुर्गा मंदिर के पुजारी महंत बाबा रामकृष्ण विश्वकर्मा की आज अल सुबह हार्ट अटैक आने से मौत हो गयी घटना से परिजनों सहित दुद्धी क्षेत्र व अघोर सेवा परिवार में भी शोक की लहर दौड़ गयी बाबा बड़े ही स्वभाव के धनी व्यक्तित्व के आदमी थे। आपको बताते चलें कि आर के विश्वकर्मा रेणुकूट हिंडालको में नौकरी करके सेवानिवृत्त हो चुके थे साथ ही साथ अघोर सेवा मंडल के कई आश्रम रेणुकूट, मंसूरी, दिलदारनगर ,पड़ाव वाराणसी, गाजीपुर आदि आश्रमों में सेवा किया था वर्तमान में दुद्धी रामनगर स्थित कलकली
बहरा अघोर सेवा मंडल आश्रम की जिम्मेदारी इनके ऊपर थी और कुछ साल पहले दुद्धी में आश्रम के ठीक पीछे जमीन लेकर घर मकान बनाकर अपनी पत्नी संग रहते थे जिनके दो बेटे एक बेटी है सभी का विवाह कर आराम से अपनी पत्नी के साथ संतो की तरह रहा करते थे और आश्रम में पूजा-पाठ देखरेख सारे कार्य इन्हीं के द्वारा किये जाते थे, आर के विश्वकर्मा बड़े ही मृदुभाषी सौम्य स्वभाव मिलनसार सभी से मिलजुल कर रहने वाले इतनी अवस्था होने के बाद भी ऊर्जावान दिव्यवान थे जो अघोर सेवा मंडल संस्थान स्थित कई आश्रमों में अघोरेश्वर भगवान राम की सेवा कर चुके व कई संतों के सानिध्य में रहे|दुद्धी क्षेत्र के कई लोगों की पारिवारिक सांसारिक समस्याओं का समाधान भी चुटकियों में इनके द्वारा कर दिया जाता था जो भी दुखियारा मंदिर आश्रम में आता था वह अपने दुख बाबा से मिलकर भूल जाता था आर के विश्वकर्मा बाबा जी ने दुद्धी क्षेत्र के कई लोगों को इन्होंने अपनी ओर से मदद कर उन को आगे बढ़ाने का कार्य किया कलकल्ली बहरा मलिन बस्ती के लोगों से भी इनका जुड़ाव था समय-समय पर आश्रम में भंडारा होने पर सभी को भोजन कराने का कार्य किया जाता था|बाबा जी के आकस्मिक मृत्यु होने से सभी मर्माहत है सुबह से ही मृत्यु की जानकारी होने पर उनके पार्थिव शरीर के अन्तिम दर्शन करने के लिए सुबह से ही इनके अनुयायियों व शुभचिंतकों की भीड़ उमड़ने लगी है|