◆बीआरसी घोरावल पर चार दिवसीय होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- निपुण भारत अभियान के अन्तर्गत फाउण्डेशनल लिटरेसी व न्यूमरेसी के चार दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार ने वाग्देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया।
नयी शिक्षा नीति के आलोक में निपुण भारत अभियान के अन्तर्गत भारत सरकार ने प्राथमिक शिक्षा में सौ प्रतिशत नामांकन व ड्रापआउट को शून्य करने के उद्देश्य से शैक्षणिक ढांचे में बदलाव किया है। जो प्री-प्राइमरी तीन वर्ष से प्रारम्भ होकर सेकेण्डरी एजुकेशन अठारह वर्ष तक पूरी होगी। शुरूआती दौर में जब बच्चे को सीखने में परेशानी होती है तो
वही छात्र ड्रापआउट हो जाते हैं। इन समस्याओं के निराकरण हेतु परिषदीय विद्यालय के समस्त प्राथमिक शिक्षकों का चार दिवसीय प्रशिक्षण हो रहा है।बीएसए ने सभी शिक्षकों से प्रशिक्षण को तन्मयता से प्राप्त कर इसे विद्यालय में लागू करने की अपील की। प्रशिक्षण समन्वयक खण्ड शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने सभी का स्वागत करते हुये मनोयोग से प्रशिक्षण लेने के लिये प्रतिबद्ध करते हुए कहा कि किसी भी प्रशिक्षण की सार्थकता तभी है जब वह स्कूल के कक्षा-कक्ष तक पहुंच कर छात्रों के सीखने की प्रक्रिया को तेज करे । आशा है कि यह प्रशिक्षण आप और छात्र के बीच सेतु का कार्य करेगा। बीआरसी पर दो बैचों में चालीस -चालीस की संख्या में प्रशिक्षण गतिमान है। एआरपी दीनबन्धु त्रिपाठी ने बताया कि प्रथम दिन नयी शिक्षा नीति 2020, एफएलएन व निपुण भारत अभियान में साक्षरता व संख्याज्ञान पर प्रशिक्षण हुआ। प्रशिक्षणकर्ता के रूप में एआरपी दीनबन्धु त्रिपाठी, धर्मराज सिंह,मिथिलेश द्विवेदी आदि उपस्थित रहे।