स्थानीय पुलिस प्रशासन बना मूकदर्शक
सत्यदेव पांडेय
चोपन-सोनभद्र- जुगैल थाना क्षेत्र के अगोरी किले के तथा महलपूर गाँव के समीप बिते दिनों लंबे इंतजार के बाद दो बालू साइट तो जरूर शुरू कर दिया गया जिससे जहाँ एक तरफ बालू से हो रही परेशानी से तो कमोबेश काफी राहत मिला परंतु वहीं दूसरी तरफ सैकड़ों की संख्या में पहुँच रही बालू लोड करने वाले भारी वाहनों से सड़कों पर वाहन बेतरतीब
खड़े रहते हैं जिससे वन वे रूट हो जा रहा है लगातार दुर्घटना की भी आशंका बनी हुई है। लोगों का कहना है कि बालू लोडिंग के लिए आ रही ट्रके सड़क पर आड़ी तिरछी खड़ी हो जा रही हैं जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतें सामना करना पड़ रहा है वही स्थानीय पुलिस प्रशासन मुकदर्शक बन किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में लगा है। बता दें कि सोनभद्र का पश्चिमांचल कहा जाने वाला यह पिछड़ा इलाका है जहां पर ज्यादातर आदिवासी तबके के लोग इस मार्ग का प्रयोग करते हैं वही किसी मरीज को एंबुलेंस के सहारे
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाना हो तो उनको भी जाम के झाम का दर्द झेलना पड़ता है अगर यही हाल रहा तो किसी भी बड़ी दुर्घटना होने की आकांक्षा से इनकार नहीं किया जा सकता अगर किसी राहगीर द्वारा बेतरतीब खड़े वाहनों से गाड़ियों को सही तरीके से खड़ी करने की बात कही जाती है तो बालू साइडों पर मौजूद गुर्गो द्वारा मारपीट व राहगीरों को डरा धमका कर भगा दिया जाता है। कुछ राहगीरों की कहना है कि इन गुर्गो का सहयोग स्थानीय प्रशासन के लोग भी करते हैं।