तिरंगा यात्रा के दौरान गौरव वाटिका मे आयोजित होगी विचार गोष्ठी एवं कवि गोष्ठी

क्रांति पथ से गुजरेगी तिरंगा यात्रा

  • 8 सेनानियों के गांव से गुजरेगी यह यात्रा

-साहित्यकारों, पत्रकारों, कवियों का लगेगा महाकुंभ

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर देश भर में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के अंतर्गत अमृत महोत्सव आयोजन समिति सोनभद्र के तत्वाधान में आयोजित तिरंगा यात्रा 28 नवंबर को जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज के ग्राम जमसोकर शिव मंदिर से सुबह 10:00 बजे प्रारंभ होगी। यह यात्रा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव ओइनी मिश्र, महुरेशर, दुरावल, गौरीशंकर, ऊँचडीह, देवरी कला, देवरी खुर्द होते हुए मड़ई, तियरा स्थित गौरव वाटिका में पहुंचकर सभा में तब्दील हो जाएगी। कार्यक्रम के आयोजक विजय शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि-“गौरव वाटिका में साहित्यकार अजय शेखर की अध्यक्षता में एक विचार गोष्ठी एवं कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया है। जिसमें आकाशवाणी केंद्र ओबरा के निदेशक अजय प्रताप कटियार, विंध्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अंजलि विक्रम सिंह, गीतकार जगदीश पंथी, ईश्वर विरागी, सुशील राही,दिवाकर द्विवेदी मेंघ विजयगढी, विकास वर्मा, प्रदुम त्रिपाठी, दयानंद सिंह दयालु, कौशल्या कुमारी चौहान, धर्मेश कुमार चौहान, प्रभात सिंह चंदेल, कुमारी तृप्ति केसरवानी सहित अन्य साहित्यकार, विद्वान, कवि गण विचार गोष्ठी एवं कवि गोष्ठी में सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम के सह आयोजक दीपक कुमार केसरवानी ने बताया कि ऊँचडीह – ओइनी मिश्र को क्रांति पथ के नाम से जाना जाता है, क्योंकि 3 किमी के अंदर इसी रास्ते पर अविभाजित मिर्जापुर के महानायक पँडित महादेव चौबे सहित कुल आठ सेनानियों का निवास है जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए त्याग की अनुकरणीय मिसाल प्रस्तुत किया था। तिरंगा यात्रा के अंतर्गत मिर्जापुर के गांधी कहे जाने वाले प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पँ महादेव चौबे, प्रभाशंकर शर्मा, देवेन्द्रनाथ चौबे, गौरीशंकर देव् पांडेय, बाल गोविंद पांडेय, अक्षयवर उपाध्याय, राधप्रसाद शर्मा और मटुकधारी शर्मा के निवास तक पहुंच कर तिरंगा यात्री गगनभेदी जयकारा का उद्घोष करेंगे। कार्यक्रम के संयोजक भोलानाथ मिश्रा के अनुसार-“16 मई 1921 को गौरी शंकर मंदिर पर देशभक्तों, क्रांतिकारियों, सेनानियों की एकत्रित, आक्रोशित भीड ने गुलामी से मुक्ति के लिए विदेशी वस्त्रों की होली जलाई थी। ऐतिहासिक देवरी खुर्द में सन1930 में पंडित महादेव प्रसाद चौबे के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामवासियों ने नमक कानून भंग किया था। इस यात्रा के मार्ग पर स्वतंत्रता के महानायक पँ महादेव चौबे सहित कुल आठ सेनानियों का घर है । सेनानियों के गांव से यह यात्रा गुजरेगी और यह यात्रा विजय शंकर चतुर्वेदी द्वारा पूर्वजों के स्मृति में निर्मित ग्राम तियरा के मड़ई स्थित गौरव वाटिका मे पहुंचेगी। श्री मिश्र ने सोनभद्र वासियों से अपील किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में तिरंगा यात्रा में भाग लेकर समापन स्थल तक
पहुंच कर संगोष्ठी, कवि गोष्ठी का अमृत पान करें।

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