म्योरपुर/पंकज सिंह
म्योरपुर रामलीला प्रांगण में चल रहे श्री राम लीला मंचन के नौवे दिन लक्ष्मण शक्ति की लीला मण्डली के कलाकरो ने रोमांचित तरीके से खेला रामलीला के मुख अतिथि पूर्व विधायक विजय सिंह गोड़ ने प्रभु श्री को माल्यार्पण कर उनका आशीर्वाद लिया। अपने संबोधन में श्री गोंड़ ने कहा कि बुराई पर अच्छाई का प्रतीक दशहरा का पर्व है रामलीला मंचन से हमे यह सिख मिलती है बुराई चाहे जितनी भी शक्तिशाली क्यो न हो पर अच्छाई से उसकी पराजय निश्चित है। राम लीला मंचन समुंद्र पर सेतु बनने से शुरू होता है समुद्र पर सेतु बांध रामा दल लंकापुरी को पहुंचता है रामा दल के लंकापुरी पहुंच पहुंचने से रावण के खेमा में खलबली मच जाती है रावण द्वारा मेघनाथ को युद्ध के लिए भेजा जाता है मेघनाथ द्वारा लक्ष्मण जी पर शक्ति बाण का प्रयोग किया जाता है जिससे लक्ष्मण जी मूर्छित हो जाते हैं हनुमान जी द्वारा लंका महल में जाकर सुखेंन वैद्य को लाया जाता है सुखेंन वैध द्वारा संजीवनी लाने के लिए कहा जाता है संजीवनी लेने हनुमान जी जाते हैं त्रिकुट पर्वत पर एक ही प्रकार का जड़ी बूटी औषधि देख हनुमान जी भृम में पड़ जाते हैं तथा पूरा पहाड़ को ही लेकर हनुमान जी वापस आते हैं सुखेन वैद्य द्वारा जड़ी बूटी को लक्ष्मण जी को पीस कर पिलाया जाता है वैद्य के उपचार के बाद लक्ष्मण जी मूर्छा अवस्था से उठ पुनः मेघनाथ को ललकारते हैं। इस दौरान कमेटी के महाप्रबंधक गौरी शंकर सिंह अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता उपाध्यक्ष पंकज सिंह कोषाध्यक्ष अशोक मिश्रा मंत्री जितेंद्र अग्रहरी वालंटियर प्रमुख आलोक अग्रहरी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।