विंढमगंज-सोनभद्र(ओमप्रकाश रावत)- स्थानीय वन रेंज के अंतर्गत ग्राम पंचायत मुडिसेमर ग्राम पंचायत से होकर गुजरने वाली मलिया नदी में बीते एक महीने से लगातार बालू का खनन स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा किए जाने की सूचना पर आज दोपहर के बाद वन रेंजर विजेंद्र श्रीवास्तव ज्यों ही मौके पर पहुंचे की नदी से अवैध बालू का खनन रहे ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। नदी से लगभग बीस ट्रैक्टर ट्राली बालू निकला देख भड़क गये तथा आनन-फानन में मौके पर बालू निकाल रहे ग्रामीणों के द्वारा छोड़ा हुआ हावड़ा, टोकरी को अपने गिरफ्त में किया। मौके पर ग्रामीणों ने रेंजर के पूछे जाने पर बताया कि नदी से बालू का खनन ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सरजू यादव के द्वारा कराया जाता है तथा बोरी में भरकर जेसीबी व ट्रैक्टर के माध्यम से ग्राम पंचायत में होने वाले विकास कार्यों में लगाया जाता है ऐसी बात सुनकर मौके पर ही रेंजर ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सरजू यादव को बुलाया तथा पूछताछ के दौरान रेंजर बिजेंद्र श्रीवास्तव ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को कड़े लहजे में डांटते हुए कहा कि तुम्हें पूर्व में भी कई बार बालू खनन के मामले में समझा कर छोड़ दिया गया है परंतु तुम अपने कामों से बाज नहीं आ रहे हो तुम्हारे खिलाफ उप जिलाधिकारी दुद्धी, विंढमगंज थानाध्यक्ष समेत खनन विभाग के उच्चाधिकारियों को लिखित सूचना दिया जाएगा तभी तुम सुधरोगे। मौके पर मौजूद ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सरजू यादव ने कहा कि इतने सारे बालू हमारे नहीं हैं कुछ बालू ग्रामीणों का है तथा कुछ बालू ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन पंचायत भवन में उपयोग हेतु उठाया हूं वन रेंज पर रेंजर बृजेंद्र श्रीवास्तव से पूछे जाने पर कहा कि मुडिसेमर में बहने वाली मलिया नदी वन क्षेत्र के अंतर्गत नहीं आता है यह तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आता है जिसके कारण हम वन विभाग के कानूनी दायरे में ही कोई कार्रवाई कर सकते हैं। जिसके तहत उप-जिलाधिकारी दुद्धी, तहसीलदार दुद्धी व थानाध्यक्ष विंढमगंज को कार्यवाही हेतु लिखित सूचना दिया जाएगा।
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