प्रबन्धन की हठधर्मिता के कारण अभियन्ताओं की ज्वलन्त समस्याओं का नहीं हो रहा है निराकरण बिजली इंजीनियरों ने दीआंदोलन की चेतावनी।

उ0प्र0 राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता संघ अनपरा ने किया कार्य बहिष्कार

विद्युत उत्पादन इकाईयां ठप्प होने वाली हैं जो कि प्रबन्धन की विफलता का एक और उदाहरण है।

सोनभद्र।प्रबन्धन की हठधर्मिता के कारण अभियन्ताओं की ज्वलन्त समस्याओं का नहीं हो रहा है निराकरण बिजली इंजीनियरों ने दीआंदोलन की चेतावनी।बताते चले कि आज अनपरा परियोजना पर सायं 04 बजे से 05 बजे एक घण्टे का कार्य बहिष्कार कर की गयी पूरे प्रदेश में विरोध सभायें : बिजली इंजीनियरों की समस्याओं के समाधान एवं ऊर्जा निगमों में टकराव टालने हेतु मा0 ऊर्जा मंत्री से हस्तक्षेप की अपील ।अनपरा के क्षेत्रीय सचिव रोहित राय ने कहा कि ऊर्जा निगम शीर्ष प्रबन्धन के अनियोजन एवं ससमय कोल कम्पनियों को पैसे के भुगतान न किये जाने के कारण उत्पादन निगम की कई विद्युत उत्पादन इकाईयों से विद्युत उत्पादन बन्द है एवं अन्य इकाईयां कम क्षमता पर चलाई जा रही हैं जो आने वाले 2-3 दिनों में पूरी तरह बन्द होने वाली है। इस प्रकार आने वाले कुछ दिनों में उत्पादन निगम, जो प्रदेश को सबसे सस्ती बिजली देता है, की सभी विद्युत उत्पादन इकाईयां ठप्प होने वाली हैं जो कि प्रबन्धन की विफलता का एक और उदाहरण है। वहीं वितरण क्षेत्रों में भी ओ0 एण्ड एम0 बजट विगत 02 वर्षों से शून्य किये जाने से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह सुनिश्चित करने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।

अभियन्ता संघ के इं मनिन्द्र नाथ ने बताया कि लम्बित समस्याओं के समाधान न होने से एवं लगातार हो रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों से अभियंताओं के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है जिससे सभी अभियन्ताओं में काफी रोष व्याप्त है।
अभियन्ताओं को पदोन्नति से वंचित किये जाने के क्रम में पदोन्नति नियमों में रातों-रात प्रतिगामी परिवर्तन कर दिये गये हैं जिन्हें आजतक सार्वजनिक नहीं किया गया है। साथ ही विगत 01 वर्ष से अधिक समय से लम्बित समस्याओं के प्रति प्रबन्धन द्वारा उपेक्षात्मक रवैय्या अपनाते हुए समस्याओं का कोई ठोस निराकरण नहीं किया गया है।

इं जयंत तिवारी ने बताया कि आन्दोलन के इस चरण में 7 अक्टूबर एवं 8 अक्टूबर को सायं 04 बजे से 05 बजे तक 01 घण्टे का कार्य बहिष्कार कर विरोध सभाये की जायेंगी। 11 अक्टूबर से दो घण्टे का कार्यबहिष्कार कर विरोध सभायें की जायेंगी।
सभा का संचालन इं अभिषेक बरनवाल ने किया ।

अभियन्ताओं की प्रमुख मांगे :- 1. सभी ऊर्जा निगमों का एकीकरण कर यूपीएसईबी लि0 का पुनर्गठन किया जाये

  1. पदोन्नति के नियमों में किये गये प्रतिगामी परिवर्तन वापस लिये जायें 3. सभी संसूचित अस्पतालों में कैशलेस मेडिकल की सुविधा दी जाये 4. उत्पादन निगम में 2008 ई0एण्डएम0 बैच व 2011 सिविल बैच की अतिशीघ्र पदोन्नतियां की जायें 5. दिनांक 06 अक्टूबर 2020 को कैबिनेट उप समिति के साथ हुए समझौते के तहत वाराणसी व अन्य स्थानों पर आन्दोलन के कारण दर्ज एफ0आई0आर0 वापस ली जाये 6. वर्ष 2000 के बाद नियुक्त सभी अभियन्ताओं के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जाये 7. निदेशक के पदों पर आयु सीमा 60 वर्ष की जाय 8. पावर कारपोरेशन प्रबन्धन द्वारा की गयी समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां वापस ली जायें 9. ग्रेटर नोएडा के निजीकरण व आगरा के फ्रेंचाइजीकरण रद्द किये जायें 10. सहायक अभियंताओं का नियुक्ति ग्रेड पे 6600 किया जाय तथा तृतीय ए सी पी पर ग्रेड 11000 का वेतनमान देने सहित अन्य वेतन विसंगतियां दूर की जाए, 11. इंजीनियर प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए। 12. उत्पादन निगम में लम्बित उत्पादन प्रोत्साहन भत्ते का शीघ्र भुगतान किया जाये।

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