पंकज सिंह@sncurjanchal
ग्लोबल भोजपुरियंस की प्रस्तुति “रेलिया बैरन” से स्वच्छ भोजपुरी को मिला एक और सहारा, दर्शकों का मिल रहा है दिल खोलके प्यार। भोजपुरी के सुंदर संगीत, साहित्य और कला को बढ़ाने के साथ साथ उसे आधुनिक और प्रासंगिक बनाने के लिए सिंगापूर में रहने वाले भोजपुरिया समाज के लोगों का यूट्यूब चैनल ग्लोबल भोजपुरियंस के शुरुवात की गई और यह चैनल अपने शुरुवाती चरण में ही अपने गीत “रेलिया बैरन” के माध्यम से अपना उदेश्य बिलकुल साफ कर दिए है।
इस चैनल के संथापक सदस्यों में सिंगापुर में रहने वाले भोजपुरिया समाज के लोग हैं जो भारत के अलग अलग भोजपुरिया भाषी क्षेत्र के रहने वाले है। यह लोग सिंगापुर में भी भोजपुरी के अलख जगा रहे हैं। इसमे प्रमुख रूप से शैलेन्द्र द्विवेदी, रत्नेश पाण्डेय, सौरभ श्रीवास्तव और ब्रज भूषण कुमार है। ये लोग भोजपुरी की सही वैल्यू और संस्कृति को सामने लाने और अपने मातृभाषा के सम्मान के लिए तन मन और धन से पूर्ण रूप से समर्पित हैं । यह लोग हर उस चीज के प्रमोट करते है। जिससे भोजपुरी के साफ-स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके।
इसी कड़ी में ग्लोबल भोजपुरियंस के यूट्यूब चैनल से रिलीज एक गीत “रेलिया बैरन” दर्शको को काफी पसंद आ रहा है। और यूट्यूब पर अब तक इस गीत को 70 हजार के लगभग लोग देख चुके हैं। ये संख्या अभी आगे बढ़ते ही जा रहा है। इस गीत को आदर्श आदी जी अपना आवाज दिए है। और इनकी आवाज़ भोजपुरीया समाज केलोगों का मन को मोहित कर ले रहा है। इसके साथ ही अभिनय से किरते गुप्ता जी और अलोक सिंह राजपुत जी लोगों के दिल पर अपना छाप छोड़े है। दोनो लोगो के जोड़ी ने धमाल मचा दिया है गीत पारम्परिक है लेकिन अतिरिक्त गीत इसका आदर्श आदी जी लिखे है। और संगीत इसका सुशांत देव जी दिए है। इस गीत में विशेष सहयोग प्रेम लता आर्य और आर्या परिवार के सदस्यों का है। इस गीत में एक पत्नी अपने पति के रोज रोज के बाहर जाने से परेशान है। और वो ट्रेन को ही अपनी सबसे बड़ी दुश्मन समझ लेती है। पत्नी की भूमिका में किर्ते गुप्ता बिलकुल सहज तरीके से एक पत्नी के दर्द को स्क्रीन पर उतार दीं है। साथ ही पति की भूमिका में अलोक भी अच्छी भूमिका निभा रहे हैं। यह सभी लोग मूलरूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले है और वर्तमान में सिंगापुर में रहते हैं।
शैलेंद्र द्विवेदी – सलेमपुर, देवरिया,सौरभ श्रीवास्तव- सलेमपुर, देवरिया
रत्नेश पांडेय- भाटपार, देवरिया,ब्रज भूषण कुमार- चंदौली, बनारस के रहने वाले हैं।