घोरावल-सोनभद्र- स्थानीय कोतवाली क्षेत्र मे चर्चित उभ्भा गांव शनिवार को पुलिस प्रशासन की छावनी के रूप में तब्दील रहा। 17 जुलाई उभ्भा गांव के लिए एक महत्वपूर्ण दिवस के रूप में बन गया है जिसकी सुरक्षा व्यवस्था में प्रशासन तथा पुलिस को एड़ी चोटी एक
करनी पड़ रही है ताकि सभी कुछ शांति माहौल में बीत सके। 17 जुलाई 2019 को जमीनी मामले में दो पक्षों में लाठी-डंडे तथा धारदार हथियारों के साथ गोली चली थी जिसमें एक पक्ष के ग्यारह लोगों की जान चली गई थी और दो दर्जन की संख्या में लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मृतक के स्वजनों तथा स्थानीय ग्रामीणों द्वारा उनके याद में बरसी मनाई जाने की मंशा भापते हुए उस पर रोक लगा दी गई 17 जुलाई को बरसी के एक दिन पूर्व शुक्रवार को उभ्भा गांव को चारो तरफ से सील कर दिया गया और चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पीएसी के जवान तैनात रहे घोरावल नगर से लेकर उभ्भा गांव तक तमाम जगहों पर पुलिस की सख्त नाकेबंदी रही। वहीं प्रशासन
द्वारा अनुमति न होने के बावजूद उभ्भा कांड के पीड़ित परिवार एवं कांग्रेस के नेताओं समेत कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामराज गोंड़ के नेतृत्व में बरसी मनाने के लिए शनिवार को घटनास्थल पर जाने लगे। जब तक वह लोग प्राथमिक विद्यालय उभ्भा तक पहुंचे कि एसडीएम जैनेंद्र सिंह, सीओ शंकर प्रसाद, प्रभारी निरीक्षक बृजेश सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और सभी को प्राथमिक विद्यालय के पास रोक दिया। इससे नाराज लोग वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गए। प्रशासन द्वारा लगभग चालीस मिनट समझाने के बावजूद कांग्रेस के नेेतागण व ग्रामीण नही माने और घटनास्थल पर जाने के लिए अड़े रहे अंततः पुलिस ने कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रामराज गोंड़,
महासचिव बद्री सिंह गोंड़,ब्लॉक अध्यक्ष घोरावल लल्लूराम पांडेय, ब्लॉक अध्यक्ष करमा वंशीधर पांडेय, नामवर कुशवाहा,मुराद अली, संतोष नेताम,अर्जुन गोंड़, रामेश्वर यादव, रामप्यारे गोंड़, राजू सिंह गोंड़, रामखेलावन गोंड़, रामकुबेर गोंड़, रामसकल को हिरासत में लिया और पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय घोरावल में रखा। उभ्भा में बरसी के दिन कोई अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए शनिवार सुबह होते ही जिला मुख्यालय से एडीएम योगेंद्र बहादुर सिंह व एएसपी विनोद कुमार उभ्भा गांव पहुंच गए और दिन भर गांव में रहकर चक्रमण करते रहे। एडीएम व एएसपी ने सभी संवेदनशील व महत्वपूर्ण जगहों पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और सुरक्षा व्यवस्था में लगे अधिकारियों व पुलिस बल को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। वहाँ उपजिलाधिकारी जैनेन्द्र सिंह, सीओ घोरावल शंकर प्रसाद, कोतवाली निरीक्षक बृजेश सिंह, उभ्भा चौकी प्रभारी धर्मेंद्र यादव सहित आठ थानों की पुलिस और पीएसी के जवान लगे रहे।