एक निशान एक विधान के हिमायती थे श्यामा प्रसाद मुखर्जी
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- जनपद के विभिन्न स्थानों पर बुधवार को भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जनसंघ के संस्थापक डॉक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी को याद किया गया। उनकी पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाए जाने के कार्यक्रमों में कहा गया कि ‘एक देश एक विधान एक निशान एक प्रधान’ का उनका यह सपना अब ,सपना नहीं रहा, साकार हो गया है। एक विधान से शासित भारतवर्ष, एक राष्टीय ध्वज और
एक ही केन्द्रीय सत्ता के अधीन है। भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत चौबे, पूर्व जिला अध्यक्ष धर्मवीर तिवारी और अशोक मिश्रा समेत भाजपा के विभिन्न पदाधिकारियों ने बुधवार को श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। वक्ताओं ने कहा कि हम सब की भाग्यवान पीढ़ी के जीवन काल मे हमारे वैचारिक पुरखों का यह संकल्प पूरा हो गया।
सरकारें आती हैं,जाती हैं नागरिकों के सुख सुविधा की चिंता करती हैं और जनहित में नहर,सड़कें,पुल और रेलवे लाइन भी बनाती हैं लेकिन बहुत कम शासक ऐसे होते हैं जिन्हें इतिहास रचने का अवसर मिलता है
हमारी वर्तमान सरकार ऐसी ही सरकार है। जिसे स्वाधीनता के बाद देश के प्रथम प्रधानमंत्री द्वारा अपनी उच्चाकांक्षाओं की पूर्ति के लिये किये गये पाप के परिमार्जन का सुअवसर प्रभु ने दिया है। भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जिनका नेहरू और शेख अब्दुल्ला की दुरभि संधि के कारण लगभग अलग थलग पड़ गया नन्दन कानन काश्मीर को देश का अविभाज्य है यह सिंहनाद कर काश्मीर में प्रवेश करने कारण बन्दी हो अब्दुल्ला के कारागार में आज ही के दिन बलिदान हो गया। भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के स्वप्न की आंशिक पूर्ति तो हो गयी है, आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हम देशवासी पूर्ण विश्वास रखते हैं कि शीघ्र ही गिलगिट,मुजफ्फराबाद, शंकराचार्य जी का सारदापीठ सहित पूरे पाक अधिकृत काश्मीर में भी भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहरायेगा और पूरा काश्मीर भारत के प्रधान द्वारा भारत के विधान से शासित होगा। इस दौरान गोविंद यादव, कृष्ण मुरारी गुप्ता, अनूप तिवारी, ओम प्रकाश दुबे, अजीत रावत, उदय नाथ मौर्या, कमलेश चौबे समेत दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।