ओबरा (सतीश चौबे):
ओबरा की तहसील ओबरा परिक्षेत्र में ही बनाए जाने की मांग के समर्थन में सयुक्त रूप से सोनांचल बार एसोसिएशन और सोनभद्र बार एसोसिएशन ने नेतृत्व में तहसील परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया और जिम्मेदारों के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। अधिवक्ताओं ने नव चिह्नित स्थान डाला में बनाये जाने का विरोध भी किया। ऐसे संदिध जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी नारे लगाए गए, जिनकी मंशा ओबरा में तहसील बनाने नहीं है। शनिवार को दोपहर में तहसील परिसर कार्यालय में जिलाधिकारी के नाम सम्बोधित दो सूत्रीय ज्ञापन मौजूद एसडीएम के पेशकार भगवान सिंह को सौंपा गया। ओबरा तहसील को ओबरा विधान सभा के बिल्ली- मारकुंडी ग्राम पंचायत क्षेत्र में ही बनाया जाए। ओबरा में स्थित सहायक अभिलेख अधिकारी व वन बंदोबस्त अधिकारी का न्यायालय भी ओबरा तहसील के कैम्पस में कराया जाए ताकि वादकारियों व अधिवक्ताओं को सुविधा मिल सके। ज्ञापन देने व ओबरा में ओबरा तहसील ओबरा में ही तहसील बनाने के समर्थन में सोनभद्र बार एसोसिएशन के महामंत्री सत्यदेव पांडेय, सोनांचल बार एसोसिएशन ओबरा के अध्यक्ष रमाशंकर सिंह यादव, महामंत्री शशिरंजन श्रीवास्तव, कपूरचंद पांडेय, अर्जुन शर्मा, मनोज कुमार पाठक, गजेंद्र कुमार यादव, पुष्पराज पांडेय, हरिओम सिंह, विनोद कुमार गुप्ता, अनिल चौधरी, अंजली राय, दिनेश पांडेय, दीपक पांडेय, संजय पांडेय, मनीष मिश्र, योगेंद्र यादव, ईश्वर चंद, लाल चंद, अनिल राय, सतीश पांडेय, पवन श्रीवास्तव, धर्मेंद्र सिंह, मिथिलेश श्रीवास्तव, दिनेश दुबे, सुशील शर्मा, अजय यादव, चंद्र प्रकाश शुक्ल, अतुल कनौजिया, देवेंद्र, अमर नाथ दुबे आदि शामिल रहे।