म्योरपुर/पंकज सिंह

म्योरपुर विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम प्रधान क्षेत्र पंचायत सदस्य जिला पंचायत सदस्य पदों के लिये वर्तमान समय मे घोषित आरक्षण अनन्तिम सूची के प्रकाशन से ही विवादों के घेरे में आ गयी है आरक्षण के निर्धारण में निर्धारित फार्मूले के इतर आरक्षित किये जाने का आरोप लगने लगा है जानकारी के अनुसार जिला पंचायत किलबिल और म्योरपुर 2015 में दोनों सीटे अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थी जबकि उक्त सीट 2015 में सामान्य वर्ग के लिए दिखाया गया है वही 2005 में म्योरपुर सीट को पिछड़ी के लिये आरक्षित बताया गया है जबकि उक्त अवधि में म्योरपुर सीट अनसूचित जाती के लिये आरक्षित थी जिससे चुनाव लड़ कर शिव शंकर घसिया जिला पंचायत अध्यक्ष बने थे वही ग्राम पंचायतों में आरक्षण मन मॉन ढंग से किया गया बताया जा रहा है।

ग्राम पंचायत देवरी में सामान्य वर्ग की आबादी मात्र 370 की है बाउजूद इसके यहाँ अनारक्षित सीट रखी गयी है वही खैराही में ओ.बी.सी के 599 निवासी है इस गांव की सीट ओ.बी.सी के लिये आरक्षित कर दी गयी है जिससे बहुसंख्यक आबादी वाले एस.सी व एस.टी वर्ग के लोग चुनाव लड़ने से वंचित्र रह गए है ग्रामीणों ने आरक्षण नीति पर पुनः विचार करने की मांग करते हुए चुनाव अधिकारी का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए मांग की है कि आरक्षण सूची में की गई अनियमितता की निष्पक्ष जांच करा गढ़बडिया दूर किये जाने की ग्रामीणों ने मांग की है।
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