संज्ञान में आने के बाद अधीक्षक ने नर्स को लगाई फटकार
म्योरपुर/पंकज सिंह
योगी सरकार जहाँ एक तरफ भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए तमाम प्रयास कर रही हैं तथा टोल फ्री नंबर को चला आम जनमानस में जागरूकता ला रही है।ताकि कहीं भी भ्रष्टाचार अगर हो तो तुरंत टोल फ्री नंबर पर शिकायत करें लेकिन सूबे के मुखिया के आदेशों को ताक पर रख भ्रष्टाचार खुलेआम किया जा रहा है ऐसा ही एक उदाहरण म्योरपुर सीएचसी परिसर में शुक्रवार की सुबह प्रसव के लिये आयी प्रसूता के पति ने
सीएचसी परिसर में तैनात स्टॉप नर्स पर प्रसव कराने के नाम पर सुविधा शुल्क लेने का आरोप लगाया प्राप्त जानकारी के अनुसार म्योरपुर विकास खण्ड के महरिकला निवासी अनिरुद्ध के पत्नी प्रतिमा देवी को गुरुवार को अचानक जोरो से दर्द उठा पति बकरिहवा अस्पताल एक एएनएम को दिखाया लेकिन केश गम्भीर होने के कारण एएनएम ने म्योरपुर सीएचसी जाने को रेफर कर दिया रेफर पत्नी को पति जब म्योरपुर
अस्पताल लेकर आया तो अस्पताल में तैनात एक स्टॉप नर्स ने जिला अस्पताल रेफर की बात कही आर्थिक रूप से परेशान पति ने स्टॉप नर्स का शिफारिश किया तो नर्स द्वारा प्रसूता के माँ के माध्यम से पति को खबर भेजवाया गया कि पच्चीस सौ से तीन हजार रुपये लगेगा तब ही यहां प्रसव हो पायेगा रेफर की बात सुन असहाय पति ने पैसे देने की बात कही तब जाकर स्टॉप नर्स के द्वारा तुंरन्त 20 मिनट के अन्दर प्रसव करा दिया गया मामले की जानकारी मीडिया कर्मियों को तब हुई जब शुक्रवार को पति कस्बा के एक होटल पर चाय लेने आया था
और अपनी ब्यथा अपने एक रिश्तेदार को फोन से बता रहा था पति की बात सुन मीडिया कर्मियों ने सीएचसी अधीक्षक डॉ.शिशिर श्रीवास्तव से मामले की जानकारी दी मामले को गम्भीरता से लेते हुए श्री श्रीवास्तव ने प्रसूता के वार्ड में जा स्टॉप नर्स को बुला कर पूछा ताछ की तो स्टॉप नर्स ने प्रसूता व उसके पति से पैसे वाली बात से इनकार कर दिया लेकिन प्रसूता के पति व सांस अपने बात पर अड़ी रही कि इनके द्वारा ही हम लोगो से पैसा मांगा गया है मामले को लेकर सीएचसी अधीक्षक ने एक पत्र जारी कर दिया कि अब किसी भी प्रसूता की छुट्टी बिना डाक्टर के अनुमति के बिना नहीं किया जाएगा।