बीजपुर (रामजियावन गुप्ता ) एनटीपीसी रिहंद स्टेशन पर सोमवार सांय आपदा प्रबंधन कार्ययोजना पर एक मोकड्रिल का आयोजन किया गया। सांय 17:13 बजे अचानक कोयला संयंत्र नियंत्रण कक्ष को केबल गैलरी से आग का अलार्म बजने पर ड्यूटी पर तैनात कमियों के कान खड़े हो गए। नियंत्रण कक्ष से केबल गैलरी में आग की सूचना मिलते ही सीआईएसएफ-अग्नि, चिकित्सा दस्ते के साथ एंबुलेंस और संयंत्र के आला अधिकारी घटनास्थल की और दौड़ पड़े। उधर आग का सायरन बजते ही आस-पास कार्य कर रहें कर्मी कार्यस्थल छोडकर एसेम्बली स्थल की ओर दौड़े। जल्द ही अग्निशमन दस्ते के सायरन देता हुआ पहला फायर टेंडर घटनास्थल पर आ पहुंचा। अग्नि की तीव्रता का जायजा लेकर पहले से मुस्तैद अन्य सीआईएसएफ कर्मियों को अगली कार्यवाही के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए। दिखते ही देखते आग पर पूर्णतया काबू पा लिया गया।
उधर आपातकालिक नियंत्रण कक्ष में घटना और उस पर कार्यवाही पर नज़र रख रहे कार्यकारी निदेशक बालाजी आयंगर ने महाप्रबंधक (प्रचा. एवं अनु.) से ऑल-क्लियर संदेश प्राप्त होने पर इस आशय का सायरन बजाने का आदेश जारी किया। घटनास्थल पर पहुँचकर श्री आयंगर ने सीआईएसएफ टीम का हौसलाअफजायी करते हुए कहा कि आपकी उपस्थिति से हमेशा प्रबंधन को यह विश्वास रहता है कि हम अग्नि-दुर्घटना या ऐसी किसी और दुर्घटना पर किसी महत्वपूर्ण साजोसामान और जानमाल के नुकसान के बगैर काबू कर सकते है। आयोजित मोकड्रिल पर बोलते हुए उन्होने कहा कि इस प्रकार के आयोजन हमें हमारी तैयारियों की एक झलक देने के उद्देश्य को ध्यान में रखकर की जाती है। मौजूद अधिकारियों और अन्य कर्मियों से आग के प्रति हमेशा सजग रहने की हिदायत देते हुए कहा किसी भी आरंभिक आग पर काबू करना बेहद आसान होता है। हमें अग्नि-दुर्घटनाओं पर त्वरित कार्यवाही के लिए कार्यस्थलों पर मौजूद अग्निशामकों के सहज प्रचालन को सीखने और उनके बेहतर रखरखाव के प्रति संवेदनशील रहने की आवश्यकता है कार्यवाही के दौरान मौजूद अन्य आला अधिकारियों में असेश कुमार चट्टोपाध्याय, (महाप्रबंधक-प्रचालन), एम रमेश (महाप्रबंधक-ईधन प्रबंधन), कामेश्वर प्रसाद (अपर महाप्रबंधक-सुरक्षा), एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे |