वंदे मातरम् मंत्र से आजादी मिली जय श्रीराम मंत्र से सांस्कृतिक आजादी भी मिलेगी-अम्बरीष
विहिप द्वारा धर्म रक्षा निधि अर्पण का मनाया गया कार्यक्रम
ओबरा।आज 2 दिसंबर 2020 को विश्व हिंदू परिषद प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी ओबरा प्रखंड धर्म रक्षा अपर्ण निधि का कार्यक्रम शिशु शिक्षा निकेतन ओबरा में आयोजित किया गया।
जिसमें मुख्य रूप से वक्ता विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री माननीय अम्बरीश जी का मार्गदर्शन प्राप्त हुवा।कार्यक्रम का शुभारंभ श्री अम्बरीश जी ने प्रभु श्रीराम व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया।उन्होंने कहा कि धर्म, संस्कृति, वेद के प्रचार-प्रसार के लिए वेद विद्यालय की स्थापना भारत के सुदूर व दुर्गम आदिवासी क्षेत्रों में हजारों एकल विद्यालय के माध्यम से स्थानीय लोगों को प्रशिक्षित कर बेहतर जीवन देने का प्रयास किया जा रहा है। कहा कि वंदे मातरम् मंत्र से हमें आजादी मिली तो जय श्रीराम मंत्र से हमें सांस्कृतिक आजादी भी मिलेगी।उन्होंने संगठित होकर कार्य करने व समाज सेवा में भी कार्य करने कि बात कही।अम्बरीष जी कहा कि हिन्दू समाज का इतिहास संघर्षो की रही है और उसी स्वाभिमानी इतिहास से प्रेरणा लेकर हिन्दुओ के मानबिन्दुओं पर जब जब किसी विधर्मी ने कुठाराघात करने का प्रयास किया तब तब संघठन ने आप जैसे कार्यकर्ताओ के बल पर सन्तो के आशिर्वाद से उनको मुहतोड़ जबाब देकर इस परिपाटी को जीवित रखने का काम विहिप ने किया है।यही कारण रहा कि दुनिया के सारे विधर्मियों के बारी बारी हमारे देश और धर्म पर प्रहार कर नष्ट करने का काम किया पर हमने उनके फन को कुचलकर मजबूती के साथ अपने को स्थापित रक्खा आज हिन्दू समाज की ताकत और अनेकता में एकता का परीचय के कारण पूरी दुनिया नतमस्तक है और स्थान कोई थोड़े दिनों में नही बल्कि बड़ी कुर्बानियों के बाद पाई है हम अपने देश धम समाज के लिए अपनी भूमिका तय करें ताकि हमारी भारत माता पुनः उसी गौरव को प्राप्त करें जिसकी खातिर लाखों ने अपने प्राण गवाये है।
कार्यक्रम में मुख्य सत्यप्रताप जी,सीबी राय जी,सतीश जी,अशोक गोश्वामी जी,जनार्दन जी,कमलेश जी,दिलीप कृष्ण भारद्वाज जी,आदित्य जी,अम्बरीश उपाध्याय, वीरेंद्र सिंह जी,सावित्री देवी जी,अनिकेत श्रीवास्तव जी,उमेश पटेल जी,अभिषेक सोनी जी तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे।समाजसेविका सावित्री देवी द्वारा मुख्य अतिथि अम्बरीश जी को मर्यादापुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम जी का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।