समर जायसवाल-
महुली / सोनभद्र| एनएच द्वारा महुली में सड़क के दोनों तरफ हो रहे आरसीसी नाली के निर्माण में छत्तीसगढ़ के बांगर सीमेंट का प्रयोग ठीकेदार द्वारा धड़ल्ले से कराया जा रहा ,जिससे स्थानीय ग्रामीणों ने नाली निर्माण के गुणवत्ता पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है।लोंगो का कहना है कि एक तरफ तो नाली निर्माण में स्थानीय नदियों से अवैध खनन कर निकाली गई अवैध बालू का प्रयोग का प्रयोग तो किया ही जा रहा है वहीं सीमेंट के प्रयोग में भी गुणवत्ता का ख़याल नही रखा जा रहा ,जबकि जेई ने एनएच के चंद्र प्रकाश ने नाली निर्माण में स्टीमेट के मुताबिक प्रिज्म सीमेंट प्रयोग में लाये जाने की बात कुछ दिनों पूर्व बताई थी जब मामले को मीडिया में उछाला गया था ,खबर के बाद दिखावे के लिए कुछ दिनों तक प्रिज्म सीमेंट से ढलाई तो की गई लेकिन अब छत्तीसगढ़ की सस्ती बांगर सीमेन्ट आसानी से खपाई जा रही है ,क्षेत्र के रामनारायण ,जगत , मनोज उदय शर्मा ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कर जेई की भूमिका की भी जांच की मांग उठाई है|उधर विभाग के अवर अभियंता चंद्र प्रकाश ने सेलफोन पर बताया कि नाली की ढलाई में प्रिज्म सीमेंट का प्रयोग किया जाना है हो सकता है कि बाजार में ना मिला हो तो बांगर प्रयोग में लायी जा रही होगी पता करता हूं कि ऐसा क्यों हो रहा है|