समर जायसवाल-
14 अक्टूबर,बुधवार को बीआरसी, दुद्धी में संचारी रोगों से बचाव के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।प्रशिक्षण में डॉ0 संदीप श्रीवास्तव ने कहा कि संचारी रोग का अर्थ है जो बीमारियां आम तौर पर एक से दूसरे में संक्रमण द्वारा फैलती हैं।इनमें यदि लापरवाही बरती जाय तो ये प्राणघातक सिद्ध होती हैं।मलेरिया,डेंगू,मस्तिष्क ज्वर,हैजा या कोरोना सभी संचारी रोग के ही प्रकार हैं, इनसे बचाव के लिए स्वच्छता और पर्याप्त दूरी नितान्त आवश्यक है।मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ0 गिरधारीलाल ने कहा कि कहीं भी पानी को इकठ्ठा न होने दें।
गन्दे या दूषित जल से बचें।आसपास स्वच्छ व सुंदर परिवेश निर्मित करें।कोरोना से बचाव के लिए हमेशा मास्क,सेनेटाइजर का उपयोग करते रहें।शिशु के लिए टीकाकरण बेहद जरूरी है।खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री आलोक कुमार यादव ने कहा कि सभी शिक्षक संबंधित ग्रामवासियों को संचारी रोग से बचाव हेतु जागरूक करें।अभिभावकों को टीकाकरण व स्वच्छता के लिए प्रेरित करें।कोरोना जैसी भीषण महामारी भी संचारी रोग का ही व्यापक रूप है।इससे बचने के लिए शिक्षक अभिभावकों को पर्याप्त दूरी, हैंडवाश और मास्क आदि के प्रयोग के बारे में जागरूक करें।विद्यालयों में हैंडवाश,शौचालय आदि कायाकल्प के कार्य अतिशीघ्र पूर्ण करें।इसमें कोई भी शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।केआरपी श्री शैलेश मोहन ने कहा कि शिक्षक सदा से सामाजिक भूमिका में अग्रणी रहे हैं। आम जनमानस तक केवल शिक्षक ही हैं जो सामाजिक सुधार के संदेश को पहुँचा सकते हैं। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या कोरोना व अन्य संचारी रोगों से बचाव के लिए ग्रामवासियों को जागरूक करें।दुद्धी जैसे अति पिछड़े क्षेत्र में शिक्षकों के माध्यम से स्वास्थ्य व शिक्षा की अलख जल रही है यह देख के मन प्रफुल्लित हो जाता है। संचारी रोगों से बचाव की जानकारी आम जनमानस तक पहुँचाना अत्यंत पुनीत कार्य है।इस अवसर पर प्रधानाध्यापक शकील अहमद,मुसईराम,छविलाल,अविनाश गुप्ता,बिहारी लाल,भोलानाथ,आनन्द त्रिपाठी,दीपक शर्मा,प्रशांत शर्मा,विमलेश,आसमा खातून,वर्षा रानी,प्रियंशा यादव,माला सिंह आदि उपस्थित थे।