धर्म डेक्स । जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से पुखराज…
गृह : वृहस्पति
उंगली : तर्जनी
धातु : सोना
वजन : 6.5 कैरट
मन्त्र : ॐ ह्रीं श्रीं ख्रीं ऐं ग्लौं ग्रहाधिपतये बृहस्पतये ब्रीं ठः ऐं ठः श्रीं ठः स्वाहा॥
पुखराज पीले रंग का होता है. पुखराज को वृहस्पति गृह का रत्न मना जाता है.
इसको धारण करने से पहले ज्योतिषी से अवश्य मिलें.
अच्छे परिणाम के लिए पुखराज का शुद्ध होना बहुत आवश्यक है.
पुखराज मीन और वृश्चिक राशि के जातकों को मूलतः पहनने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा वृहस्पति कमज़ोर होने पर पुखराज बेहद उपयोगी है.
विशेषताएं
पुखराज धन-सम्पदा और ख्याति प्रदान करता है.
शिक्षा या कला के क्षेत्र में सफलता प्रति के लिए पुखराज पहनने की सलाह दी जाती है.
पुखराज मानसिक शांति देता है और एकाग्रता बनाये रखने बेहद उपयोगी है.
पुखराज आपको आस्तिक और धार्मिक बनता है.
जिन लोगों को साँस या फेफड़े से सम्बंधित समस्या है, पुखराज उनके लिए उपयोगी साबित होता है.
धारण करने की विधि
पुखराज वृहस्पतिवार को पहनें. इसको पहनने से पहले पीले वस्तु का दान करें.
इसको सोने की अंगूठी या पेंडेंट के रुप में धारण करें.
इसको धारण करते समय ऊपर दिए मंत्र का जाप करे.