एसएनसी न्यूज़ ब्यूरो
सोनभद्र।
कमिसन खोरी के भेट चढ़ रहा 100 बेड एम सी एच् विंग सोनभद्र उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनहित में स्वास्थ्य ब्यवस्था गरीब जनता तक निशुल्क पहुचाने के लिए शासन द्वारा अनेक प्रयास किया है पर तीमारदारों की माने तक कुछ अस्पताल कर्मियों के द्वारा ही बाहर के प्राइवेट नर्सिंग होम में मरीजो को भेजा जाता है।जिसमे हॉस्पिटल के कुछ उच्च अधिकारियों के सह से कमिसन खोरी का तेजी से धंधा पनफ रहा है।जिसमे हॉस्पिटल के सुरक्षा कर्मी द्वारा रेफर मरीजो को हॉस्पिटल से कुछ ही दूरी पर स्थित निजी प्राइवेट हॉस्पिटल में भेजा जाता है। जहा से उसके एवज में कमिसन के तौर पर मोटी रकम वसूला जाता है।कुछ तीमारदारों द्वारा इसकी शिकायत अस्पताल अधीक्षक को किया भी जाता है पर उनकी शिकायत पर कोई कार्यवाही नही होती। ये धंधा पिछले कई महीनों से चल रहा है इस तरह की कमिसन खोरी के चलते गरीब असहाय मरीज जो ये उम्मीद लगा कर आता है की शासन द्वारा उनके स्वास्थ्य के लिए सभी सुबिधाएं मुफ्त में उपलब्ध कराई गयी है यह उम्मीद बस उम्मीद बन कर ही रह जातीहै।शासन द्वारा कीमती मशीनें, दवाइया,जांच की सारी सुबिधा उपलब्ध होने पर भी गरीबो को अंदर के कुछ लोगो के कारण इन सब सुबिधाओं से वंचित होना पड़ता है। जब कि शासन द्वारा इसके लिए लाखो रुपयो का भुगतान शासन द्वारा किया जाता है। करोङो रुपये लगा कर आम जनमानस के लिए ये सुबिधा उपलब्ध कराया जाता है पर कुछ लोगो के कमिसन खोरी के चलते गरीब जनता के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और शासन की मंसा पर कुछ कर्मचारियों द्वारा पानी फेरा जा रहा है।पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पी0पी0पी0)मॉडल पर संचालित इस स्वास्थ इकाई के संचालन का जिम्मा हेरिटेज ग्रुप के हांथो में सौपा गया गया है। किन्तु कमीशन खोरी के चलते इस ग्रुप के ही कुछ कर्मचारियों द्वारा भष्ट्राचार का भेट चढ़ गया है।प्रशुता महिलाओं और भर्ती मरीजों के लिए सरकार द्वारा मुफ्त भोजन की व्यवस्था भी की गई है।जिसमे दूध भी सम्मिलित है जिसको यहाँ के कर्मचारियों द्वारा सरकार द्वारा बैन पालीथीन में वितरण किया जाता है।तीमारदारों द्वारा कई बार इसकी इसकी शिकायत दर्ज कराई गई फिर भी किसी सक्षम अधिकारी ने इस पर कार्यवाही करना तो दूर ध्यान तक नही दिया।