बीजपुर (सोनभद्र)स्थानीय बाजार के उत्तर पटरी पर सड़क किनारे लम्बे समय से विवादित भूमि पर गुरुवार को दोपहर कब्जे को लेकर दो गुटों में संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो गई। मौके पर पहुँची पुलिस ने कब्जा में लगे जेसीबी को हटवा कर दोनो पक्षों को थाने ले गयी तब कहीं जा कर मामला शांत हुआ। खबर के अनुसार बाजार स्थिति सड़क के उत्तर पटरी पर 1599 च नम्बर की विवादित जमीन पर रामाज्ञा सिंह जेसीबी लेकर पहुँचे और निर्माण कार्य करने के लिए मशीन से खुदाई कराने लगे। इसी बीच मौके पर अनिल विश्वकर्मा ने पहुँच कर उक्त जमीन को अपना बताते हुए मशीन को हटाने और काम बंद करने को लेकर कहासुनी करने लगे जिसको देख मौके पर
बाजार के ब्यवसाइयो सहित आनेजाने वाले सैकड़ो लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गयी दोनो पक्षों की तरफ से अपने अपने आदमियों को भी बुला लिया गया। जमीनी विवाद इस कदर बढ़ा की दोनो गुट एक दूसरे को देख लेने की धमकी देते हुए रास्ते से हटा देने का चैलेंज देने लगे। इसी बीच सूचना पर पहुँची पुलिस ने मौके पर पहुँच कर खुदाई में लगाई गई जेसीबी को बन्द कराते हुए दोनो पक्षों को थाने ले गयी थाने में जब पुलिस को पता चला कि यह जमीन बंजर खाते की है तो शनिवार तक काम बंद रखने की चेतावनी देकर दोनो पक्षों को छोड़ दिया गया। गौरतलब हो कि उक्त नम्बर की जमीन में गाँव के एक व्यक्ति ने सर्वेसेटल मेन्ट के तहत कागजातों में अपना बताते हुए दर्जनों लोगों को वर्षो पूर्व रजिस्ट्री भी कर दिया है ।बाद में तहसील प्रशासन ने सूबे के मुख्य मंत्री के
निर्देश पर जाँच बाद उक्त जमीन की सभी रजिस्ट्री को निरस्त करते हुए जमुना वगैरह पर भूमाफिया का मुकदमा भी दर्ज कराया है। इसी खाली जमीन पर अब लोगो की नजर लगी हुई है जब कि एसडीएम दुद्धि ने उक्त भूमि को बंजर घोषित करते हुए किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगया हैं बावजूत भूमाफिया की मिली भगत से बाजार के उत्तर पटरी पर बेशकीमती जमीन पर दस रुपये से लेकर सौ रुपये के स्टैम्प पेपर पर खुलेआम बिक्री और कब्जा निर्माण कार्य बदस्तूर जारी है। आएदिन यहाँ जमीनी विवाद में मारपीट आम हो गया है । लोगो का कहना है कि अगर समय रहते जिला प्रशासन करवाई नहीं किया तो बीजपुर में जमीनी विवाद कभी भी उम्भा काण्ड का रूप ले सकता हैं। जो सरकार और जिला प्रशासन के लिए सिरदर्द तथा नासूर बन सकता है। सूत्रों की माने तो जमीनी विवाद में पता करने पर बताया गया कि रामाज्ञा सिंह ने जमुना गुप्ता वगैरह से इस 1599 नम्बर की जमीन का कुछ हिस्सा अभी हाल में ही खरीदा है। तो अनिल विश्वकर्मा इसी जमीन के कुछ हिस्से पर कोर्ट का कागज दिखा रहे हैं। सवाल उठता है कि जब राजस्व महकमा इसी नम्बर की जमीन को बंजर खाते की घोषित कर ग्राम पंचायत की संपत्ति घोषित कर दिया है तो खरीद बिक्री किसके इशारे पर हो रहा है यह सवाल कई लोगों को संदेह के घेरे में खड़ा करता है जब कि विवाद के बीच ग्राम प्रधान पति अमित सिंह भी मौके पर मौजूद रहे लेकिन वे किस पक्ष में हैं यह राज राज ही बना हुआ है। इस बाबत प्रभारी निरीक्षक श्याम बहादुर यादव ने बताया कि दोनो पक्षो को थाने बुला कर मामला शांत कराया गया है और साथ ही सख्त हिदायत दी गयी है कि कोई किसी तरह का वहाँ निर्माण नही करेगा अग्रिम शनिवार को थाना दिवस पर दोनों पक्ष अपने अपने कागजात लाकर दिखाए तो लेखपाल द्वारा जांच करायी जाएगा।