चोपन,ओबरा व जुगैल क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर खनन माफियाओं द्वारा हो रहे बालू के अवैध खनन पर रोक लगाये जाने को लेकर सौपा ज्ञापन

वन भूमि पर खनन को लेकर स्थानीय रेंजर व वन कर्मी की भूमिका संदिग्ध -सुनील कुमार सिंह

सोनभद्र/चोपन। जनपद सोनभद्र लगातार अवैध खनन के चर्चाओं में सोन नदी के तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर वन विभाग की मिलीभगत से फल फूल रहे बालू के अवैध खनन पर पूर्णतया लगाम लगाने व संलिप्त वन कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने को लेकर बुधवार को ओबरा वन प्रभाग पर डीएफओ ओबरा के समक्ष भाजपा चोपन मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने चोपन,ओबरा व जुगैल थाना क्षेत्र में हो रहे अवैध बालू खनन पर अंकुश लगाने को लेकर ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में भाजपा मंडल अध्यक्ष श्री सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत चोपन गांव में 17 अगस्त को अवैध खनन के संबंध में शिकायतकर्ता तीरथ राज शुक्ला द्वारा दिए गए शिकायत पर खनन विभाग की टीम द्वारा खनिज निरीक्षक जी के दत्ता,खनिज सर्वेयर संतोष पाल व क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक राजेश मिश्रा द्वारा अवैध खनन स्थल का निरीक्षण किया गया तथा अवैध खनन की जांच में चोपन गांव के ही 7 स्थानों पर जिनमें तीन स्थानों पर वन भूमि में गाटा संख्या 17/10 जिसमें लगभग 27 एकड़ सुरक्षित वन भूमि अवैध खनन पाया गया। जिसके बाद पांच लोगों के खिलाफ खनन विभाग द्वारा चोपन थाने में नामजद एफआईआर दर्ज कराया गया है।उक्त खनन में वन के स्थानीय रेंजर व वन कर्मी की संदिग्ध भूमिका होने के कारण ही इतने बड़े पैमाने पर अवैध खनन विभाग द्वारा हो गया है। इतने बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध खनन से वन विभाग अपने को अछूता नहीं रख सकता। जिसके कारण संबंधितो पर अनुशासन अनुशासनात्मक कार्रवाई किया जाना आवश्यक है।मामले को गम्भीरता से लेते हुए डीएफओ ओबरा प्रखर मिश्रा ने बताया कि चोपन सहित जहा जहा भी अवैध बालू खनन वन क्षेत्र से हो रहा है वहा टीम गठित कर मौका मुआयना के साथ जांच करवाया जाएगा जिसमे अवैध खनन की पुष्टि होते ही सम्बंधित वन कर्मचारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।इस दौरान संजीव त्रिपाठी,महेंद्र कुमार सिन्हा, तीरथ राज शुक्ला आदि मौजूद रहे।

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