रिटेलर के विरुद्ध राशन कार्ड धारको ने खोला मोर्चा

(रामजियावन गुप्ता)

—– रिटेलर द्वारा पिटाई करने की शिकायत पर भी जांच करने नहीं पहुंचे अधिकारी

बीजपुर(सोनभद्र) विगत 1 महीने से सोशल मीडिया सहित समाचार पत्रों में लगातार उछल रहे रिटेलर की दादागिरी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है उच्चाधिकारियों एवं क्षेत्रीय विधायक को भी ग्रामीणों द्वारा पत्र प्रेषित किया गया लेकिन किसी ने गांव में आकर जांच करने की जरूरत तक नहीं समझी l ग्रामीणों ने बताया कि जिला पूर्ति अधिकारी और आपूर्ति निरीक्षक कभी फोन उठाते नहीं है व्हाट्सएप पर प्रार्थना पत्र भेजने पर उसको देखते नहीं हैं ,जबकि सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी में ग्रामीणों की समस्याओं का तत्काल समाधान करने का निर्देश दिया गया है lथाना क्षेत्र अंतगत रजमिलान गाँव मे सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर कार्यरत सेल्समैन के क्रिया कलाप से ग्रामीणों में खासा आक्रोश ब्याप्त है। लामबंद लोगों ने मुख्य मंत्री सहित जिले से के अधिकारियों को पोर्टल पर शिकायती पत्र भेज कर दुकानदार के क्रियाकलाप की जाँच और कार्रवाई की माँग की है। आरोप है कि कोटेदार ग्रामीणों के साथ दुर्व्यवहार करता है और 35 किलो अनाज की जगह 30 या 32 किलो ही राशन देता है। शिकायत पर गौरकरें तो अनाज की कीमत 85 रुपये है लेकिन कोटेदार बिभाग को सुबिधा शुल्क पहुचाने का हवाला देकर 100 से 110 रुपये तक नाजायज वसूली करता है, जिसने विरोध किया उसके साथ मारपीट जैसी घटना को आएदिन अंजाम देता है। गाँव की महिलाओं का कहना है कि जब वे लोग कोटे की दुकान पर अनाज लेने जाती हैं तो कोटेदार द्वारा अपमानित किया जाता है।

शिकायत करने वालों को नहीं दूंगा राशन……..

राशन कार्ड धारको ने बताया कि रिटेलर द्वारा सीधे धमकी दी जा रही हैं कि जिसने भी ग्राम प्रधान ,पत्रकार या अधिकारी से उसकी शिकायत किया है उसे किसी हाल में राशन नहीं दूंगा ,जिसको जो भी बिगाड़ना है बिगाड़े ले l

विरोध करने पर कार्ड धारक की जमकर हुई पिटाई……

राशन कार्ड धारकों ने बताया कि रिटेलर की मनमानी का विरोध करने पर कुछ महीने पहले सुरेश पुत्र तेजबली की रिटेलर और उसके भाई द्वारा बुरी तरह से पिटाई किया गया था , जिसमें कोई भी कार्रवाई ना होने से रिटेलर का मन और बढ़ गया है l

जिम्मेदार आपूर्ति निरीक्षक ने चुप्पी साध ली…….
इलाके की आपूर्ति व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे आपूर्ति निरीक्षक सुरेश कुमार ने शनिवार को पूरी तरह से चुप्पी साध लिया गया l तीन दिन पहले वह शिकायत मिलने पर कार्यवाही की बात कर रहे थे लेकिन शनिवार को जब पूछा गया कि क्या आपने जांच किया तो उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया l इस मामले में जिला पूर्ति अधिकारी ने शनिवार को भी शिकायत कर्ताओं का फोन नहीं उठाया गया l

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