कोविड मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए-जिलाधिकारी*

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

*जिलाधिकारी ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पंडित दीनदयाल उपाध्याय

राजकीय चिकित्सालय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी/नोडल अधिकारी कोविड चिकित्सालय, अधीक्षक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिसिरपुर तथा अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया

वाराणसी।आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के अंतर्गत जनपद के 13 थानों के लिए 39 एंबुलेंस को अधिग्रहित कर कोविड पॉजिटिव मरीजों को अन्य चिकित्सालयों में पहुंचाने हेतु तत्काल उपलब्ध कराए जाने हेतु दिए गये निर्देश तथा 3 दिन पूर्व मूलरूप से अधिग्रहण आदेश उपलब्ध कराए जाने के बावजूद सहायक परिवहन अधिकारी अरुण कुमार राय द्वारा संबंधित नर्सिंग हॉस्पिटल के स्वामियों एवं निजी एंबुलेंस स्वामियों को तामिल न कराए जाने को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अख्तियार किया है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अजय कुमार राय को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है कि क्यों न उनके इस शिथिलता के लिए शासन में उनके विरुद्ध आरोप पत्र भेजा जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी के इस शिथिलता के कारण अब तक मात्र 19 एंबुलेंस उपलब्ध हो पाए हैं, जबकि जनपद में 450 एंबुलेंस उपलब्ध हैं। इस प्रकार सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी द्वारा अब तक मात्र 10 फीसदी से भी कम एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय को “नोवल कोरोना वायरस” के संक्रमण एवं महामारी से बचाव के उद्देश्य से कोविड एल-2 सेंटर घोषित किया गया है तथा इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय डॉक्टर वी0 शुक्ला को पहले से निर्देशित किए जाने की इस सेंटर पर नियमित रूप से डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा मरीजों की चेकिंग/देखभाल की जाए तथा वार्ड एवं शौचालयों को समुचित सफाई व्यवस्था नियमित रूप से सुनिश्चित कराई जाए, ताकि मरीजों को कोई असुविधा न हो सके। परंतु पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय की सीवर लाइन लगभग 10 दिनों से टूटी होने तथा उसका मरम्मत कराए जाने हेतु निर्देशित किए जाने के बावजूद अब तक मरम्मत न कराए जाने को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। उन्होंने बताया कि सीवर लाइन का मरम्मत न करा पाने के कारण प्राइवेट वार्ड में स्थापित 10 बेड का इस्तेमाल मरीजों के लिए नहीं हो पा रहा है।
इसी प्रकार सेंट मैरी चिकित्सालय कोरोता को नोबेल कोरोना वायरस के संक्रमण एवं महामारी से बचाव के उद्देश्य से आइसोलेशन सेंटर घोषित किया गया है तथा इस संबंध में डॉ एके मौर्य अपर चिकित्सा अधिकारी/नोडल अधिकारी कोविड चिकित्सालय को सेंटर पर नियमित रूप से मरीजों के खानपान तथा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था आदि सुनिश्चित कराए जाने के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा पूर्व से ही निर्देशित किए जाने के बावजूद मीनू के अनुसार निर्धारित मानक के अनुरूप नाथ नाथ खाद्य सामग्री उपलब्ध नहीं कराए जाने को गंभीरता से लेते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया है। उन्होंने डॉक्टर ओपी शुक्ला अधीक्षक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिसिरपुर को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है कि सेंट मैरी चिकित्सालय कोरोता की समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराए जाने हेतु प्रभारी नामित किए जाने के बावजूद व्यवस्था सुनिश्चित नहीं कराया गया। जिस कारण मरीजों को असुविधा हुई। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने डॉक्टर ए के गुप्ता अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है कि जनपद में स्थित कोविड एवं नान कोविड चिकित्सालयों के निरीक्षण एवं वहां पर पाई गई कमियों के निस्तारण की जिम्मेदारी उनको दिए जाने के बावजूद उनके द्वारा भी अपने दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता बरती गई है।

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