—अनिल बेदाग—
मुंबई : ‘राधाकृष्ण’ दर्शकों का सबसे चहीता माइथो शो है। इस शो में जल्द ही दर्शकों को बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है। जहाँ दर्शकों को ‘महाभारत’ का परिचय कृष्ण और अर्जुन के नज़रिए से देखने को मिलेगा। ऐसे में अब जब ‘महाभारत’ की बात होगी तो उनके किरदार भी जरूर नज़र आएँगे। इस कहानी में युधिष्ठिर का किरदार बहुत अहम है। इस किरदार के लिए टीवी इंडस्ट्री के चर्चित आर्टिस्ट्स को अप्रोच किया गया था, जिसमें से एक्टर कनन मल्होत्रा को फाइनल किया गया है।
‘राधाकृष्ण’ शो की अगली कड़ी ‘राधाकृष्ण’- कृष्ण अर्जुन गाथा में महाभारत का आरंभ हो रहा है। इसमें कर्ण का किरदार निभा रहे एक्टर कनन मल्होत्रा ने बताया कि मैं बहुत खुश हूँ कि मैं युधिष्ठिर किरदार निभाने वाला हूँ । मैंने इस किरदार के लिए बहुत रिसर्च की है क्योंकि यह किरदार अपने आप में बहुत स्ट्रांग और चर्चित है। युधिष्ठिर, पाण्डु के पुत्र और पांच पाण्डवों में से सबसे बड़े भाई थे। हस्तिनापुर के राजा पांडु के सबसे बड़े पुत्र जो परम धर्म परायण और न्यायवादी थे। वह कभी भी बिना सोचे समझे कोई फैसला नहीं लेते थे। वह सारी समस्याओं का पूरा आकलन करते थे, जिसके बाद ही वह नतीजे तक पहुंचते थे। महाभारत के युद्ध के बाद वह हस्तिनापुर के राजा बने थे। अब जब आपको इतना गंभीर और उत्तरदाईत्व वाला किरदार मिल जाए तो आपको इस किरदार के लिए अपना 100 प्रतिशत देना बहुत जरुरी है इसलिए मैं इस किरदार के लिए इतिहास से जुड़ी कई पुस्तकें पढ़ रहा हूँ ताकि मैं युधिष्ठिर का किरदार सही तरीके से निभा सकूँ।
एक्टर कनन मल्होत्रा ने आगे बताया कि मैं हमेशा नए—नए किरदार करके खुदकी एक्टिंग स्किल्स और निखारने की कोशिश करता करता हूँ। ऐसे में युधिष्ठिर का किरदार मेरे मेरे लिए किसी सुनहरे अवसर से कम नहीं है। यह हिंदी पौराणिक कथाओं के बहुत मज़बूत किरदारों में से एक है।