शीशम का विशालकाय पेड़ जड़ से उखड़ कर गिरा , दो बैल घायल , घर का बरामदा जमींदोज

(रामजियावन गुप्ता)

—- कई घण्टे से बिजली आपूर्ति बंद , बिभाग को हजारो का चूना भी लगा

बीजपुर (सोनभद्र ) वन रेंज जरहा के इंजानी गाँव मे रेनुकूट- बीजपुर मुख्य सड़क मार्ग पर सोमवार की भोर में शीशम का एक विशालकाय सूखा पेड़ जड़ से उखड़ कर धराशाही हो गया। जिसकी चपेट में आने से अवधबिहारी जायसवाल का 02 बैल घायल हो गए वहीं पशु पालक का बरामदा भी धराशाही हो गया। भोर में पेड़ गिरने के कारण 11 हजार की एचटी लाइन का तार टूट कर बिखर गया जिससे दर्जन भर गाँवो की बिजली भी गुल हो गयी। पेड़ की चपेट में फंसे घायल दोनो बैल की हालत देख ग्रामीणों में अफरातफरी मच गई। मौके पर ग्रामीणों की भारी

भीड़ जमा हो कर बैलों की मदत में लग गयी। मामले की जानकारी किसी ने फोन पर वन क्षेत्राधिकारी जहीर मिर्ज़ा को दी लेकिन 05 घण्टे तक मौके पर वन विभाग की टीम को न पहुँचने के कारण रेनुकूट बीजपुर मुख्य मार्ग पूर्ण रूप से बन्द पड़ा रहा। सड़क पर कई घण्टे तक वाहनों का आवागमन बन्द रहने से परियोजना में कार्य करने वाले हजारो मजदूर समय से कार्य पर नही पहुँच पाए। इतना ही नही ट्रेन और हवाई जहाज से अपने गंतब्य को जाने वालों को सड़क बन्द होने के कारण घण्टो जाम में फँसे रहे। बताया जाता है कि उक्त जीर्णशीर्ण पेड़ के गिरने की आशंका ग्रामीणों ने पहले ही व्यक्त करते हुए कई बार वन रेंज कार्यालय में दरखास्त देकर पेड़ काटने की गुहार लगाई थी लेकिन बहरा तंत्र कान में तेल डाल कर बड़ी घटना के इंतजार में बैठा रहा। विशालकाय पेड़ की चपेट में आने से बिजली बिभाग को हजारो का चूना भी लगा है इसके अलावा दर्जनो गाँवों की बिजली कई घण्टे से बन्द पड़ी है। मजेदार बात तो यह है कि पेड़ गिरने की जगह से वन रेंज कार्यालय महज 05 सौ मीटर पर स्थिति है बावजूद महकमा नींद में सोता रहा और ग्रामीण मदत की गुहार लगाते रहे। गौरतलब हो कि धरतीडाड सिंदूर से बीजपुर तक सड़क के किनारे सैकड़ो जर्जर पेड़ ऐसे पड़े है जो कभी भी आधी पानी और बरसात में जानलेवा बने हुए हैं। इन पेड़ों की कटान कराने के लिए ग्रामीण कई बार वन विभाग को दरखास्त भी दिए लेकिन महकमा केवल जंगल की कथित वनभूमि और जंगल की सुरक्षा में व्यस्त बताया जाता है।

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