सी ओ दुद्धी ने मंगलवार को मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से की बात
पंकज सिंह/विकास अग्रहरी@sncurjanchal
म्योरपुर थाना क्षेत्र के पड़री गांव के खन्ता टोले में विगत 11 जून को निर्भय नामक अधेड़ का शव संदिग्ध अवस्था में घर से 500 मीटर दूर एक बेल के वृक्ष के नीचे पड़ा मिलने के मामले में मंगलवार को दूधी सीओ संजय वर्मा ने पड़री गांव पहुँच कर मृतक के परिजनों से बात की ।उमीद जताई जा रही है कि मामले का जल्द खुलासा हो जाएगा फिलहाल पांच दिन बाद भी मामले का खुलासा करने में पुलिस नकाम रही है मृतक के पुत्र द्वारा 7 लोगों के विरुद्ध हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी गई थी पुलिस की माने तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग रिपोर्ट आने से पुलिस मामले की गहराई से जांच करने में जुटी है ।उक्त मामले में अब तक हत्या/आत्महत्या के बीच मामला फ़सा हुआ है पुत्र का आरोप है कि वन भूमि को लेकर हुए विवाद के कारण हत्या हुयी,जबकि गांव में स्थिति भिन्न है,बताया जा रहा है की 10 जून की रात्रि में निर्भय घर से गायब हो गया था जिसकी सूचना 112 पर दी गयी रात्रि 12 बजे पुलिस गांव पहुची तथा पृरे मामले की पड़ताल की तथा शक के आधार पर परिजनों ने आरोपी बनाया था उनके घर जा उनकी मौजूदगी को भी जांचा था उसी दिन शाय चार बजे तत्कालीन थानाध्यक्ष भी विवादित भूमि पर गए थे तथा एक पक्ष द्वारा लगाए गये हैण्ड पम्प को निकलवा दिया गया था तथा मामला हल न होने तक पुनः हैण्ड पम्प लगाने की मनाही की थी ग्रामीणों ने बताया कि 10 जून की रात्रि मृतक की पत्नी निर्भय को ढूंढते हुए अपने पट्टीदारों के यहां गयी तथा उसने स्पष्ट कहा था कि वे घर से रस्सी लेकर निकले है मुझे ऐसा लग रहा है कि वे मर चुके है मुझे काफी घबराहट एवं परेशानी हो रही है ग्रामीणों ने विवादित भूमि के सम्बंध में बताया कि 1960 से उस भूमि पर रामकिशुन के बाबा का कब्जा था खानदानी बटवारे में विवादित भूमि रामकिशुन को मिल गयी थी उस भूमि पर रामकिशुन द्वारा कृषि की जाती थी चार वर्ष पूर्व रामकिशुन उस भूमि को अपने भतीजे बृजमोहन को बेच दिया था तब से वही उस काबिज था इसी भूमि का एक सप्ताह पूर्व बोर करा
हैण्ड पम्प लगाया गया था।पुलिस पुरे मामले को भूमि विवाद से जोड़ कर चल रही है जबकि ग्रामीण इसे नकारते हुए तर्क देते है कि बृजमोहन निर्भय से शत्रुता होती तो वह उसी दिन मार कर लेता जिस दिन हैण्ड पम्प लगाने के लिये रोका गया था,बृजमोहन द्वारा स्वम् लगे हैण्ड पम्प को पुलिस के निर्देश पर निकाल कर रखवा दिया गया था कि विवाद का हल निकलने के बाद हैण्डपम्प लगाया जाएगा तथा वह 11 जून को निर्भय के मौत से अनजान थाने पहुच गया था।हत्या/आत्महत्या के बीच कैसे इस मामले में थानाध्यक्ष निलंबित किए जा चुके है,नामजद आरोपी दहसत में है बाउजूद इसके गुत्थी नही सुलझ सकी है ग्रामीणों का मानना है कि अपनी शत्रुता साधने के लिये नामजद लोगो को फसाया गया है ।इस मामले में म्योरपुर थानाध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि मामला का बारीकी से जांच किया जा रहा है जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।