मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ जंग में हर स्तर पर सतर्कता और सक्रियता आवश्ययक है।
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए राशन कार्ड धारकों को तत्काल राशन उपलब्ध कराए जाने पर संतोष व्यक्त किया है। ज्ञातव्य है कि पूर्व में नए राशन कार्ड बनने पर ऐसे कार्ड धारकों को लगभग 02 माह बाद खाद्यान्न उपलब्ध हो पाता था। मुख्यमंत्री ने सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराते हुए यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में कोई भूखा न रहे।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए है कि खाद्यान्न का सुचारु वितरण कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में घटतौली अथवा अन्य कोई अनियमितता न हो पाए। इस सम्बन्ध में तकनीक आधारित एक कार्य योजना तैयार करते हुए एक सप्ताह में इसे लागू कर दिया जाए। उन्होंने अभियान चलाकर नए आवेदकों के राशन कार्ड बनाकर उन्हें भी खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग कार्य निरन्तर जारी रखा जाए। हाई-वे, बाजारों तथा पार्कों में सघन पेट्रोलिंग की जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन कराते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। उन्होंने कन्टेनमेन्ट जोन में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को सुचारु ढंग से संचालित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन में स्वच्छता एवं सुरक्षा के समुचित प्रबन्ध किए जाए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमंदों को गुणवत्तापूर्ण तथा भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों के सहयोग के लिए शासन द्वारा नामित विशेष सचिव स्तर अधिकारियों को क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन का नियमित निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जनपदों में तैनात स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक तथा संयुक्त निदेशक स्तर के नोडल अधिकारी कोविड चिकित्सालयों तथा नाॅन कोविड चिकित्सालयों का निरीक्षण अनिवार्य रूप से करेें। यह अधिकारीगण चिकित्सालयों की इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक आॅपरेशन कार्यवाही की नियमित रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल में इमरजेंसी सेवा का तत्काल लाभ मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ जंग में हर स्तर पर सतर्कता और सक्रियता आवश्ययक है। कोरोना के प्रसार को रोकने तथा संक्रमित लोगों की संख्या को न्यूनतम रखने में बेहतर समन्वय का विशेष महत्व है। कोरोना से होने वाली मृत्यु की दर को प्रत्येक दशा में कम रखना है। उन्होंने आगरा, मेरठ, कानपुर, अलीगढ़, मुरादाबाद तथा फिरोजाबाद के मेडिकल काॅलेजों की उपचार व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल स्क्रीनिंग तथा निगरानी समितियों को सुदृढ़ करके ही कोरोना पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकता है। इसके दृष्टिगत उन्होंने निगरानी समितियों को सक्रिय रखने तथा मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य सघन रूप से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं और इन्हें कोरोना से बचाव सम्बन्धी हैण्डबिल अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, ग्लव्स, सेनिटाइजर आदि मेडिकल सुरक्षा सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता रहे। चिकित्सालयों में आॅक्सीजन की सुचारु उपलब्धता तथा बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि डाॅक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ अस्पतालों में नियमित राउण्ड लें।
मुख्यमंत्री ने सभी 75 जनपदों के लिए ट्रू-नैट मशीनें उपलब्ध हो जाने का संज्ञान लेते हुए इन्हें तत्काल जिलों में भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ट्रू-नैट मशीनें एक सप्ताह के अन्दर कार्य करने लगें। कोविड-19 की टेस्टिंग क्षमता को शीघ्र बढ़ाकर 15 हजार टेस्ट प्रतिदिन किया जाए। प्रत्येक जनपद में सभी वेंटीलेटरों को क्रियाशील रखा जाए। पुलिस बल सहित सभी सुरक्षा कर्मियों तथा मेडिकल टीम को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी उपाय किए जाए। उन्होंने समस्त जनपदों में टेस्टिंग लैब की स्थापना सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त को निर्देशित किया कि प्रदेश में निवेश वृद्धि के लिए वे निवेशकों से लगातार संवाद बनाए रखें। उन्होंने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों का सुचारु संचालन सुनिश्चित करते हुए किसानों को एमएसपी का पूरा लाभ दिलाया जाए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर के तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल तथा संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद वीना कुमारी मीना, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।