पांगन नदी से बालू के अवैध परिवहन से 28 किलोमीटर की नई सड़क हो रही गड्ढों में तब्दील।

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

ओवरलोड परिवहन पर अंकुश न लगाए जाने पर स्थानीय ग्रामीणों ने आंदोलन की दी चेतावनी।

बभनी। थाना क्षेत्र के बैना सागोबांध में स्थित पांगन नदी से अवैध खनन का कारोबार बेखौफ जारी है जिससे ओवरलोड ट्रकों के परिवहन से बभनी थाना क्षेत्र की म्योरपुर व छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाली सड़कें गड्ढों में तब्दील हो रही हैं जो शासन के गड्ढेमुक्त सड़कों के सपने पर पानी फिरता दिख रहा है और भविष्य में दुर्घटनाओं को एक नया आयाम दे रहा है खननकर्ता बेखौफ होकर दिन-रात एक कर खनन कर बालू अन्य जनपदों में भेजने में लगे हैं जिससे नदियों के अस्तित्व पर भारी संकट मंडराने लगा है और स्थानीय लोगों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है इन सभी समस्याओं को लेकर वन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है पांगन नदी का गूलरघाट व मानर पखना घाट जिसका आधा भाग उत्तर प्रदेश व आधा भाग छत्तीसगढ़ में पड़ता है नक्शल क्षेत्र में छ:माह पूर्व पहली बार नई सड़क का निर्माण हुआ था जिससे ग्रामीणों के चेहरे पर एक नई मुस्कान लौट आई थी परंतु अब चिंता की लकीरें छाने लगी हैं इस दौरान विंध्याचल भारती देव कुमार कपिल देव राम कुमार भगवान दास राजदेव रामचंद्र अरुण भारती महेंद्र चेरो भगवान दास राम शकल समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि यदि प्रशासन व वन प्रशासन के द्वारा खनन का कार्य नहीं रोका गया तो हम आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे।

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