कोन(नवीन चन्द्र)

सोनभद्र जनपद के परिषदीय स्कूलों में होली बाद से ही कोरोना महामारी के चलते ऐतिहातन लाकडाऊन शुरू हो गया और स्कूल कालेज बंद हो गए । विभागीय पहल और शिक्षकों के प्रयास से जनपद में शुरू हुआ ऑनलाईन शिक्षण एवं नांमाकन का दौर जो दो माह में ही काफी लोकप्रिय व सफलता अर्जित किया है इस बीच जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ गोरखनाथ पटेल एवं खंड शिक्षा अधिकारियों का उत्साहबर्द्धन भी ऑनलाईन शिक्षा को ई पाठशाला में तब्दील कर दिया है।
ऑनलाईन शिक्षा को प्रदेश स्तर से बढावा दिया जा रहा है। शिक्षक इन दिनों विभिन्न पोर्टल एवं एप के माध्यम से ऑनलाईन शिक्षण के साथ ही साथ प्रशिक्षण भी प्राप्त कर रहें हैं। पूरे जनपद में कुल नामांकित परिषदीय विद्यालयों के लगभग 22 फीसदी छात्र ऑनलाईन शिक्षण का लाभ उठा रहे हैं।
जनपद के शासन स्तर से घोषित एकमात्र उत्कृष्ट प्राथमिक विद्यालय दुरावलखुर्द घोरावल के स.अ. कमलेश कुमार गुप्त से जब ऑनलाईन शिक्षण प्रक्रिया पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए बच्चों व अभिभावकों से जुड़े रहने का ऑनलाईन शिक्षण ही एकमात्र विकल्प है हालांकि पिछड़ा जनपद होने व गरीबी बाहुल्य क्षेत्र के कारण इसका लाभ सीमित लोगों तक ही पहुंच पा रहा है। बाल संरक्षण आयोग द्वारा ऑनलाईन शिक्षण सामग्री पर नजर बनाए रखने के लिए विभाग द्वारा भी डाटा गूगल शीट पर संकलित की जा रही है। प्रत्येक विद्यालय सेवित क्षेत्र से कम से कम दस अभिभावकों के वाट्सअप नंबर भी विभाग एकत्रित कर रहा है जिससे ऑनलाईन शिक्षण का फीडबैक प्राप्त किया जा सके।
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