— मुख्य मंत्री सहित डीएम को पत्र भेज कर धान का भुगतान न मिलने पर दी धरना प्रदर्शन की चेतावनीबीजपुर , सोनभद्र , मंडी समिति सोनभद्र की शाखा चक चपकी लैम्प्स पर क्षेत्र के दर्जनों किसानों द्वारा दिसम्बर 2019 में सरकारी रेट पर बेचे गए धान के मूल्य का मंडी समिति द्वारा भुगतान न किये जाने से गरीब तबके के किसानों के सामने आर्थिक तंगी उतपन्न हो गयी है। बताया जाता है कि क्षेत्र के अन्नदाता अपने खेतों में पैदा किये फसल को बेचकर एक साल तक घर के अन्य खर्चे , शादी , विवाह , सहित अन्य आयोजित कार्यक्रम करते हैं। इस वर्ष पिछले दिसम्बर महीने में क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने लगभग 50 लाख से ऊपर का धान मंडी समिति के शाखा चक चपकी में वहां तैनात सचिव अयोध्या प्रसाद को बेचकर बिगत 07 महीने से धान के भुगतान की आस लगाए बैठे हैं। बताया जाता है कि बकाया भुगतान लेने के लिए दर्जनों किसान पिछले 06 महीने से अपना पैसा पाने के लिए लैम्प्स के सचिव के घर का चक्कर काट रहे हैं लेकिन अधिकारियों को अन्नदाताओं को भुगतान करने की बजाय अब उनके कमाई का पैसा देने में हीलाहवाली किया जा रहा है। इसबाबत किसान मंडी समिति के जिला प्रबन्धक कृषि से से जब इस सम्बंध में बात करने की कोशिश करते हैं तो अधिकारी फोन बंद कर लेते हैं। जिसके कारण अब लॉकडाउन के कारण भुगतान के अभाव में गरीब तबके के किसानों के सामने भुखमरी की स्थिति उतपन्न हो गयी है। उधर किसानों को उनके धान का लाखों रुपये मंडी समिति के पास बकाया डूबने का डर सताने लगा है। घबराए किसानों ने बुधवार को प्रदेश के मुख्य मंत्री सहित जिलाधिकारी सोनभद्र को रजिस्टर्ड पत्र भेज कर मंडी समिति से तत्काल किसानों के धान के बकाया भुगतान कराने की मांग करते हुए चेताया है कि अगर धान का भुगतान नही किया गया तो क्षेत्र के सैकड़ो किसान बिभाग के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।