केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर, प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो: पीएम मोदी
लॉक डाउन 20 अप्रैल से कुछ चिन्हित इलाको में जो छूट का प्रावधान किया गया है
दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करते हुये कहा कि देशवासियों की तपस्या और त्याग की वजह से भारत कोरोना के नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा है। सभी सुझावों को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है।पिछले 26 दिन में मोदी का देश के नाम यह चौथा संदेश है।
अब तक आठराज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर चुके हैं। इसमेंमहाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, पंजाब,ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, तेलंगानाऔर तमिलनाडुशामिल हैं। वहीं, केंद्र शासित प्रदेशपुडुचेरी ने भी लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान किया।हालांकि, मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकमें प्रधानमंत्री ने’जान भी और जहान भी’ का नारादिया था।
पीएम नरेंद्र मोदी का सम्बोधन
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा, ‘‘नमस्ते मेरे प्यारे देशवासियों, कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। आप सभी देशवासियों की तपस्या और त्याग की वजह से भारत अब तक कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा। आप लोगों ने कष्ट सहकर भी अपने देश और भारत वर्ष को बचाया है। मैं जानता हूं कि आपको कितनी दिक्कतें आई हैं। किसी को आने जाने की परेशानी, कोई घर-परिवार से दूर है। लेकिन आप देश की खातिर एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। मैं आप सभी को आदरपूर्वक नमन करता हूं।’’
‘‘हमारे संविधान में जिस वी द पीपल ऑफ इंडिया की शक्ति की बात कही गई है, वह यही तो है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हम भारत के लोगों की तरफ से अपनी सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन और संकल्प बाबा साहब को श्रद्धांजलि है। बाबा साहब का जीवन हमें हर चुनौती को अपनी संकल्प शक्ति और परिश्रम के बूते पर पार करने की निरंतर प्रेरणा देता है। मैं सभी देशवासियों की तरफ से बाबा साहब को नमन करता हूं।’’
‘‘साथियो! देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग त्योहारों का भी समय है। वैसे भी भारत को उत्सवों से भरा और हरा रहता है। उत्सवों के बीच खिलखिलाता रहता है। बैसाखी जैसे त्योहारों के साथ कई राज्यों में नए वर्ष की शुरुआत हुई है। लॉकडाउन के बंधनों के बीच देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं, जितने संयम से अपने घरों में रहकर त्योहार बड़ी सादगी से मना रहे हैं, ये सारी बहुत प्रेरक और प्रशंसनीय हैं। मैं नए वर्ष पर आपके और आपके परिवारजन के उत्तम स्वास्थ्य की मंगल कामना करता हूं।’’
‘‘साथियो! आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है, हम सब उससे भली-भांति परिचित हैं। अन्य देशों के मुकाबले भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए हैं, आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी। जब हमारे यहां कोरोना का एक भी केस नहीं था, उससे पहले ही भारत ने कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। कोरोना के मरीज 100 तक पहुंचे, उससे पहले ही भारत ने विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था। मॉल, थिएटर, क्लब, जिम बंद किए जा चुके थे।’’
‘‘साथियो! जब हमारे यहां कोरोना के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बहुत बड़ा कदम उठाया। भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का भरसक प्रयास किया। ये ऐसा संकट है, जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं है। फिर भी हम कुछ सच्चाइयों को नकार नहीं सकते। ये भी सच्चाई है कि दुनिया के बड़े-बड़े सामर्थ्यवान देशों में कोरोना के आंकड़े देखें तो उनकी तुलना में भारत बहुत संभली हुई स्थिति में है।’’
‘‘महीना-डेढ़ महीना पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में भारत के बराबर खड़े थे, आज उन देशों में भारत की तुलना में कोरोना के मामले 25 से 30 गुना बढ़ गए हैं। उन देशों में हजारों लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी है। भारत ने पुलिसिंग अप्रोच न अपनाई होती, इंटिग्रेटेड अप्रोच न अपनाई होती, समय पर तेज फैसले नहीं लिए होते तो आज भारत की स्थिति क्या होती, इसकी कल्पना करते ही रोए खड़े हो जाते हैं। लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से यह साफ है कि हमने जा रास्ता चुना है, आज की स्थिति में वही हमारे लिए सही है।’’
‘‘सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का बहुत बड़ा लाभ देश को मिला है। अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो यह महंगा जरूर लगता है, बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है, लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती। सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनियाभर में होना बहुत स्वाभाविक है। देश की राज्य सरकारों, स्थानीय स्वराज संस्थाओं की इकाइयों ने भी इसमें बहुत जिम्मेदारी के साथ काम किया है।’’
‘‘चौबीसों घंटे हर किसी ने जिम्मा संभालने का प्रयास किया है। लेकिन साथियों, इन सब प्रयासों के बीच कोरोना जिस तरह फैल रहा है, उसने विश्वभर में हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है। भारत में भी कारोना को लेकर लड़ाई आगे कैसे बढ़े, हम विजयी कैसे हो, हमारे यहां नुकसान कम से कम कैसे हो, लोगों की दिक्कतें कम कैसे करें, इन बातों को लेकर निरंतर चर्चा की है। इन सभी चर्चाओं में से एक बात उभरकर आती है, हर किसी का यही सुझाव आता है, नागरिकों की तरफ से भी यह सुझाव आता है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए।’’
‘‘कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं। सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है कि लॉकडाउन को अब 3 मई तक बढ़ाना पड़ेगा। यानी 3 मई तक हम सभी को, देशवासियों को लॉकडाउन में ही रहना होगा। इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं। मेरी सभी देशवासियों से यह प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है। स्थानीय स्तर पर अगर एक भी मरीज बढ़ता है तो यह हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए।
लॉक डाउन 20 अप्रैल से कुछ चिन्हित इलाको में जो छूट का प्रावधान किया गया है
’’लॉक डाउन 20 अप्रैल से कुछ चिन्हित इलाको में जो छूट का प्रावधान किया गया है वो उन गरीबो को ध्यान में रखकर किया गया है जो रोज़ कमाते है और रोज खाते है
इस समय रबी फसल कट रही है,किसानों को फसल काटने में कम से कम दिक्कत हो इसकी कोशिश की जा रही है। इसलिए, न खुद कोई लापरवाही करनी है और न ही किसी और को लापरवाही करने देना है।
कल इस बारे में सरकार की तरफ से एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी: पीएम मोदी
जो रोज कमाते हैं, रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं,
वो मेरा परिवार हैं।
मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक,
इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है: पीएम मोदी
अब नई गाइडलइंस बनाते समय भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा गया है।
इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर, प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो: पीएम मोदी
हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जहां जनवरी में हमारे पास कोरोना की जांच के लिए सिर्फ एक लैब थी, वहीं अब 220 से अधिक लैब्स में टेस्टिंग का काम हो रहा है: पीएम मोदी
हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे।
इसी विश्वास के साथ अंत में,
मैं आज 7 बातों में आपका साथ मांग रहा हूं: पीएम मोदी
*अपने घर के बुज़ुर्गों का विशेष ध्यान रखें
2 और सोशल डिस्टेसिंग की लक्ष्मण रेखा का पालन करें
3 आयुष मंत्रालय के निर्देश का पालन करें
4 कोरोना को रोकने के लिए आरोग्यसेतु मोबाईल एप डाउनलोड करें
5 ग़रीब परिवारों की मदद करें
6 किसी को नौकरी से न निकाले
7 डाक्टरों का सम्मान करें
नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री
*प्रधानमंत्री मोदी जनता से 7 बातों पर साथ देने को कहा*
1-घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें ऐसे लोगों का ध्यान रखना विशेष जरूरी है जो किसी बीमारी से पीड़ित हो
2 – लॉक डाउनलोड सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन करें घर में बने मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें
3 – अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें
4 -कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप डाउनलोड करें
5 – जितना हो सके अधिक से अधिक गरीब परिवारों की देखरेख और भोजन की व्यवस्था करें
आप अपने व्यवसाय और उद्योग में काम कर रहे लोगों के प्रति संवेदना रखें किसी को नौकरी से निकाले
7 – देश के कोरोना वारियर्स जिसमें नर्स , डॉक्टर ,सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी का सम्मान करें