समर जायसवाल –
दुद्धी। अभी हाल में भारी वर्षा के साथ हुई ओलावृष्टि के चलते तहसील क्षेत्र के सैकड़ों किसानों के फसलो का बर्बादी का मंजर देखने को मिला।इस बर्बादी के मंजर से किसानों के आंख से आंसू टपक पड़े। तहसील क्षेत्र के विभिन्न दर्जनों गांवों में बैमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने किसानों पर कहर बनकर बरपे है । किसानों का साल भर का सपना सजोय बारिश और ओलावृष्टि से टूट गया है।जिससे किसानों को तबाही का मंजर देखना पड़ा और किसानों के माथे पर चिंताएं की लकीर दिखने लगा ,किसानों के समक्ष दो रोटी का संकट खड़ा हो गया है ।
दुद्धी तहसील क्षेत्र के म्योरपुर,बभनी ब्लाक के दर्जनों गांवों में बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें पुरी तरह से बर्बाद हो गई है।वही दुद्धी ब्लॉक के भी दर्जन भर ग़ांव बारिश व ओलावृष्टि से काफी प्रभावित हुई है। किसानों का कहा कि प्राकृतिक मार से बुरी तरीके से बेहाल है जिसका आंकलन करना मुश्किल हो गया है, खेतों में खड़ी फसल व खेत में काट कर रखे फसल भी पुरी तरह से बर्बाद हो गया । खेतों में बर्बाद अनाज को देखकर किसान काफी चिंतित और परेशान देखे जा रहे हैं। किसानों का कहना है कि सरकार की मदद फसल क्षति के हिसाब से नहीं होता है। जो किसान मेहनत खेतों में करके फसल उगाता है। 1 साल के बाद फसलों को पैदा करता है उसके बावजूद प्राकृतिक की मारझेलना पड़ता है। तहसील क्षेत्र के पड़री ग़ांव में 162 ,मुरता में 29 ,कुष्महा 82,रन्नू 75 ,तुर्रीडीह 112,गौरसिंघा 42,महुअरिया 186,सरडीहा 41 ,सायल 8 ,अनजानी रासपहरी सहित तहसील क्षेत्र के सैकड़ो किसानों के फसल बर्बाद हुई ।दुम्हान ग़ांव के ग्रामप्रधान रामसुरेश कुशवाहा ने बताया कि रजखड़ ,बीडर ,दुम्हान,कटौली,मझौली आदि कई गांवों के खेत में लगे कई तरह की सब्जियां भारी बारिश के कारण चौपट हो गई है ।उन्होंने जिला प्रशासन से सब्जी उत्पादन कर रहे किसानों को मुआवजा दिये जाने की मांग किया है । तहसीलदार ब्रजेश वर्मा ने कहा कि तहसील क्षेत्र के बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों का सर्वे करा लिया गया है ।सारे गांवों की सर्वे रिपोर्ट आ गई है जिसमें अनजानी और रासपहरी गांवों की सर्वे रिपोर्ट आनी है इन गांवों को भी मुआवजा दिया जायेगा ।तहसीलदार ने बताया कि तहसील क्षेत्र के 729 किसानों में मुआवजे की धनराशि 17 लाख 16 हजार 24 रुपए का भुकतान किसानों के खाते में भेज दिया गया है शेष किसानों का भुकतान सर्वे रिपोर्ट आने के बाद किया जायेगा ।तहसीलदार ने कहा कि 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर किसानों को मुआवजा दिये जा रहे है 33 प्रतिशत से कम क्षति वाले किसानों को मुआवजे का लाभ नही दिया जा रहा है ।