जहरीले पेयजल के खिलाफ डीएम को दिया स्वराज अभियान ने पत्रक

बेलवादह के आदिवासी ग्रामीण पी रहे फ्लाई ऐश के चुआड का पानी
सीएसआर के तहत शुद्ध पेयजल दे अनपरा प्रबंधन
सोनभद्र, 20 फरवरी, 2020, बेलवादह गांव के कैम्हा टोला के खरवार आदिवासियो द्वारा अनपरा तापीय परियोजना से निकली फ्लाई ऐश के पानी को चुआड से पीने के सवाल पर आज स्वराज अभियान नेता दिनकर कपूर ने डीएम को पत्रक दिया। पत्रक में मांग की गयी कि डीएम अनपरा प्रबंधन को निर्देशित करंे कि वह सीएसआर के तहत इस गांव में जाने के लिए सडक व सोलर वाटर पम्प द्वारा तत्काल शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करे और फ्लाई ऐश की ऊंचाई बढने से विस्थापित होने वाले वनाधिकार का पट्टा पाए इन ग्रामीणों को 2013 के पुनर्वास कानून के तहत मुआवजा दे व पुनर्वास करे। स्वराज अभियान के प्रतिनिधिमण्डल में जिला प्रवक्ता महेन्द्र प्रताप सिंह, मजदूर किसान मंच के जिला सचिव रमेश सिंह खरवार व आदिवासी नेता जितेन्द्र धांगर रहे।
डीएम को सौपें पत्रक में कहा गया कि सोनभद्र जनपद देश के सर्वाधिक पिछड़े जनपदों में होने के कारण महत्वकांक्षी जिला घोषित किया गया है। इस जिले में आदिवासी समाज की यह दुर्दशा दुखद और चिंताजनक है। आज तक शुद्ध पेयजल और सडक तक मुहैया नहीं करायी जा सकी। यह हालत तब है जब महत्वकांक्षी जिला होने के कारण बडी घोषणाएं की जा रही है और कारपोरेट सामाजिक दायित्वों में धन भी जमा किया जा रहा है। हालत इतनी बुरी है कि हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन के लिए एसडीएम दुद्धी के नेतृत्व में अनपरा प्रबंधन की टीम इस गांव का दौरा करती है। परन्तु उसे आदिवासियों की यह दुर्दशा दिखाई नहीं देती। यहीं नहीं वनाधिकार कानून के तहत इस गांव के लोगों को पट्टा मिला वह उस जमीन पर पुश्तैनी बसे है, उनके मकान और खेती है। आज अनपरा परियोजना द्वारा फ्लाई ऐश की ऊंचाई बढाई जा रही है। जिससे यह बस्ती डूब जायेगी पर इन विस्थापितों को कोई पुनर्वास लाभ देने के लिए परियोजना प्रबंधन तैयार नहीं है। इसलिए डीएम से हस्तक्षेप कर कार्यवाही की मांग की गयी है।

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