बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
लेखपालों के द्वारा किया जा रहा फर्जी सत्यापन।
जांच के नाम पर अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा खानापूर्ति।
विकास खंड में आधा दर्जन से अधिक लैंपसों का चक्कर काटने में परेशान किसान।
बभनी। विकास खंड में धान बिक्री को लेकर बिचौलियों की चांदी जोरों पर कट रही है यहां तक कि लेखपाल भी फर्जी सत्यापन कर धान की बिक्री कराने की होड़ में लगे हुए हैं बुधवार को अधिकारियों के द्वारा औचक निरीक्षण तो किया गया परंतु जो असली मुद्दों को पीछे छोड़ कर पीछे छोड़ केवल कागजी कार्रवाई का जायजा लेते नजर आते रहे।यदि देखा जाए तो शासन के नियमानुसार एक बीघे जमीन में 16 कुंतल धान की खरीदी की जा सकती है परंतु सोनभद्र का अंतिम छोर बभनी विकास खंड है जहां पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण एक बीघे जमीन में चार कुंतल या पांच कुंतल धान का पैदावार होना भी बहुत बड़ा मुश्किल साबित होता है वहीं लेखपालों के द्वारा हर गांव में फर्जी ढंग से सत्यापन किया जा रहा है यदि जांच कराई जाए तो इसकी सच्चाई खुद सामने आ
सकती है धान बिक्रय को लेकर बिचौलियों दिन दूना रात चौगुना चांदी काटने में लगे हुए हैं जो किसानों से धान सस्ते दामों में खरीदकर ऊंचे दामों में मोटी रकम लेकर उनके मनोबल को तोड़ने पर लगे हुए हैं जिससे किसानों को अपनी लागत के भी निकालने को मजबूर हैं क्षेत्र में सबसे बड़ा चिंता का विषय है कि इस तरह यदि किसानों का शोषण होता रहा तो किसान अपने खेतों में धान की फसल कैसे तैयार कर पाएंगे।
जब इस संबंध में जब राजकीय गल्ला गोदाम के एस एम आई से पूछा गया कि कितने किसानों का पंजीकरण किया गया है तो तो पहले मामले को टालते हुए उन्होंने बताया कि इसकी सूची तहसील में मिलेगी और कुल 6600 कुंतल धान की खरीदी की जा चुकी है और 1815 रुपए प्रति कुंतल के दर से खरीदा जा रहा है जिसमें 20 रुपए पल्लेदारी के लिए सरकारी मजदूरी दिया जाता है जबकि क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है कि प्रति कुंतल 8 किलो कटौती की जा रही है परंतु एस एम आई ने बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं है जब इस संबंध में एस डी एम दुद्धी से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि 20 रुपए पल्लेदारी के लिए सरकारी मजदूरी दी जाती है और और सूची तहसील में उपलब्ध नहींं है एस एम आई से पुनः संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि तहसील में नहीं नेट पर सूची प्राप्त हो जाएगी।एस एम आई महोदय सूची दिखाने के पश्चात टाल-मटोल करने के चक्कर में लगे हैं।