शिवाजी शाखा का वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया

सोनभद्र। बुधवार को सोनभद्र नगर स्थित शिवाजी शाखा का वार्षिकोत्सव बहुत ही हर्षोल्लास से मनाया गया। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में दंड योग, सूर्य नमस्कार और समता का प्रदर्शन करते हुए स्वयं सेवकों ने सुभाषित, अमृत वचन व संघगीत प्रस्तुत किए।कार्यक्रम में सह जिला संघचालक हर्ष जी एवं जिले व नगर के अन्य कार्यकर्ता एवं स्वयंसेवक व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।कार्यक्रम में जिला कार्यवाह सोनभद्र श्रीमान बृजेश सिंह जी का बौद्धिक मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। बौद्धिक में उन्होंने बताया कि, आज पूज्य रज्जू भैया की जयंती है। पूज्य रज्जू भैया कहां करते थे कि यह हिंदू राष्ट्र है इसे बनाने की आवश्यकता नहीं है हिंदू दृष्टिकोण व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में तथा राष्ट्र की विभिन्न धाराओं में जागृत करने की आवश्यकता है । यदि हम हर क्षेत्र में हिंदू दृष्टिकोण विकसित कर सकें तो हिंदू राष्ट्र का स्वरूप दिखने लगेगा वह क्षेत्र चाहे कर्तव्य पालन का हो चाहे अर्थ के क्षेत्र में हो चाहे काम के क्षेत्र में हो अथवा मोक्ष के क्षेत्र में हो सर्वत्र हिंदू राष्ट्र का स्वरूप परिलक्षित होना चाहिए ।स्वामी विवेकानंद जी कहा करते थे कि मैं 4 साल यूरोप में रहकर भारत लौटा हूं तो मेरे शरीर में वहां की भोग वादी वायु का स्पर्श हुआ होगा इस देश की मिट्टी और वायु का झोंका तथा पवित्र जल जब हमको स्पर्श करेगा तब हम पुनः पवित्र हो जाएंगे । यह दृष्टिकोण पर्यावरण के क्षेत्र में भी हमें रखना चाहिए । हिंदू वृक्ष की पूजा करता है,नदियों की पूजा करता है ,पहाड़ों और नगरों की पूजा करता है और उन्हें भी श्रद्धा की दृष्टि से देखता है । हम 130 करोड़ भारतवासी विविध पंथ और उपासना पद्धति को मानने वाले हैं फिर भी यदि हमारी श्रद्धा इस देश के नदियों पहाड़ों नगरों और धरती के प्रति है तो अवश्य ही हम हिंदू हैं । हिंदू हमारी राष्ट्रीयता है। ऐसा पूजनीय सरसंघचालक जी कहते हैं । हमें यह दृष्टिकोण विकसित करना चाहिए कि गंगा माता है,धरती माता है भारत माता है । 2 अक्टूबर 2025 को विजयादशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 100 वर्ष पूरा हो जाएगा। हम इस अवसर पर यह संकल्प लें कि हिंदू दृष्टिकोण व्यक्तिगत और सामाजिक तथा राष्ट्र की समस्त विचारधाराओं में कार्य क्षेत्रों में हम विकसित कर सकेंगे। हमारा परम वैभव केवल भौतिक उन्नत की प्रेरणा नहीं देता यतो अभ्युदय नि:श्रेयस सिद्धि सधर्म: जहां अभ्युदय और नि:श्रेयस हो वही धर्म है, वही पूर्ण विकास है। कार्यक्रम में जिला प्रचारक शिवप्रसाद जी, नगर प्रचारक सौरभ जी,सोशल मीडिया प्रमुख नीरज जी,नंदलाल जी,सन्तोष जी,नीरज जी,आलोक जी,पंकज जी,राजेंद्र जी,शशांक जी, विनोद जी,संगम जी, अवध जी, उदय नारायण सिंह जी, कीर्तन जी,श्रीकांत दुबे जी, धर्मजीत सिंह जी आशुतोष जी,हरिओम जी,नीतीश जी, राधा कान्त जी, राज नारायण जी, धर्मवीर जी, सहित सैकड़ों की संख्या में स्वयंसेवक, समाजसेवी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। शाखा कार्यवाह भीम जी व मुख्य शिक्षक जे0बी0 सिंह ने उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।

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