सोनभद्र।गुरमा जेल सुधार गृह में बंदियों के साथ दोस्ताना व्यवहार करके लगातार उनको व्यावसायिक क्षेत्र में आमदनी के लिए सिलाई,कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है,साथ ही जेल केअंदर साफ-सफाई के साथ-साथ सुगन्धित फूलों से पूरा परिसर स्वच्छ व सुंदर बन गया है।
इतना ही नही इन बंदियों को प्रतिदिन सुबह-शाम बालीबाल,बैडमिंटन भी खेलने के लिए समय दिया जाता है,इसके साथ-साथ समय-समय पर योग का प्रशिक्षण,शैक्षिक कक्षाएं भी चलाई जाती है
ताकि बाहर निकल कर मुख्यधारा से जुड़ कर संभ्य समाज का हिस्सा बन सके।
जेल अधीक्षक मिजाजी लाल का लगातार प्रयास रहता है कि बंदी जब इस परिसर से बाहर निकले तो दुबारा इस तरफ मुड़ कर ना देखे,यही कारण है
कि उनको शिक्षा के साथ-साथ व्यवसाय की भी जा जानाकरी दिया जाता है।