हंडिया-नगर पंचायत हंडिया में अंधेरे नगरी चौपट राजा की कहावत चरितार्थ हो गई है। जिलाधिकारी प्रयागराज के आदेशों का कोई मायने नहीं रखता है। डीएम के आदेश को दर किनार कर चेयरमैन, अधिशाषी अधिकारी कर्मचारी और ठीकेदारों की मिली भगत से मनमानी कार्य किया जा रहा है। नगर पंचायत हंडिया में शासन से विकास के लिए आया रूपयों का बंदर बाट कर तिजोरी भरी जा रही है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नगर पंचायत के द्वारा लगभग 5 माह पहले वार्ड नंबर 5 में बरसात के समय दक्षिण पटरी नेशनल हाईवे के किनारे बने नाले को साफ सफाई कराने के लिए तोड़ दिया गया था। पूरी बरसात बीत जाने के बाद भी नाला नहीं बन सका। कुछ लोगों द्वारा डीएम से शिकायत भी की गई। शिकायत पर 20 सितंबर तक नाले की सफाई करके नाले को बनाने का आदेश दिया गया। लेकिन नगर पंचायत के अध्यक्ष अधिशासी अधिकारी और कर्मचारी ठीकेदार आदेश को ठेंगा दिखाते हुए आज तक नाला नहीं बन सक। इतना जरूर है कि मरता क्या न करता की कहावत चरितार्थ करते हुए जो दुकानदार अपने तरफ़ से ईंट बालू सरिया सिमेंट मजदूरी आदि सामग्री दे रहे हैं उसी के सामने ठीकेदार ने बिना नाला साफ कराये नाले का निर्माण करा दिया। इसी तरह अभी और जगह दुकानदार या मकान मालिक खुद सामग्री गिरा रहे है उसके बाद ठीकेदार बनवा रहे हैं। वही इस काले कारनामे को लेकर स्थानीय लोगों ने डीएम से इसकी जांच कराये जाने की मांग की है।